Bhopal News: ‘राइनो राइड’ मोटर बाइक अभियान दल पहुंची भोपाल, सेना के अधिकारियों ने किया सम्मानित

'राइनो राइड' मोटर बाइक अभियान दिग्गजों को सम्मानित करने और सामुदायिक आउटरीच को बढ़ावा देने के प्रयास के लिए समर्पित है।

Shashank Baranwal
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Bhopal News: भारतीय नौसेना मोटर बाइक अभियान दल ‘राइनो राइड’ रॉयल आईएनएस ब्रह्मपुत्र की 25वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 18 अप्रैल को मुंबई से रवाना हुआ था, जोकि आज सोमवार, 22 अप्रैल 2024 को भोपाल पहुंचा। इस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल प्रीत पाल सिंह, एवीएसएम, जीओसी, सुदर्शन चक्र कोर ने टीम के साथ बातचीत करने के साथ सवारों को सम्मानित भी किया।

असम में होगा अभियान का समापन

सेना के अधिकारियों ने राइनो राइड दल के साथ मुख्यालय 21 कोर, 3 ईएमई सेंटर और शौर्य स्मारक के युद्ध स्मारकों पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की। आपको बता दें मोटर बाइक अभियान दल में ’12 राइनो राइडर्स’ शामिल थे, जोकि मुंबई से असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में ब्रह्मपुत्र नदी तक 3000 किमी. की कुल दूरी तय करने के लिए अपनी यात्रा पर निकले हैं। इस दौरान टीम इस मोटर बाइक अभियान का समापन असम में करेगी।

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दिग्गजों के सम्मान के लिए समर्पित

दरअसल, ‘राइनो राइड’ मोटर बाइक अभियान दिग्गजों को सम्मानित करने और सामुदायिक आउटरीच को बढ़ावा देने के प्रयास के लिए समर्पित है। इसके अलावा यह अभियान त्रि-सेवा संयुक्त कौशल को बढ़ावा देने के लिए भई समर्पित है। वहीं इस अभियान का उद्देश्य स्कूलों/एनसीसी इकाइयों के द्वारा युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने के साथ-साथ देश की सेवा करने के लिए प्रेरित करना है। साथ ही यह टीम ‘गैंडा बचाओ अभियान’ पर भी जोर देने वाली है, जिसके लिए टीम ‘काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान’ का दौरा करेगी।

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भोपाल से रवि कुमार की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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