मंत्री द्वारा अटल जी की शेरशाह सूरी से तुलना पर बवाल, कांग्रेस ने साधा निशाना

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भोपाल, हरप्रीत कौर रीन। मध्य प्रदेश के वित्त एवं आबकारी मंत्री जगदीश देवड़ा द्वारा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की तुलना मध्ययुगीन शासक शेरशाह सूरी के करने पर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने अटल जी की तुलना बाबर के सेनापति से किए जाने को लेकर देवड़ा पर निशाना साधा है।

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सीहोर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में केंद्र सरकार की उपलब्धियों का गुणगान करते हुए प्रदेश के वित्त और आबकारी मंत्री जगदीश देवड़ा इतिहास के झरोखों में खो गए। मंत्री जी ने देशभर में फैली सड़कों के जाल का क्रेडिट पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को दिया और कहा कि इतिहास में जिस तरह से शेरशाह सूरी ने सड़कें बनवाई थी, उसी तरह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने यह काम शुरू किया। बस फिर क्या था, मुद्दों की तलाश में बैठी कांग्रेस को फिर एक बार मुद्दा मिल गया।

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कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट किया कि “मध्य प्रदेश का मंत्रिमंडल किसी नगीने से कम नहीं है। लेकिन अबकी बार आबकारी विभाग, जिसके अंतर्गत शराब आती है, उस विभाग मंत्री ने यह बयान दिया है। अटल जी की तुलना पहली बार भाजपा के मंत्री ने ऐसे व्यक्ति से की है जो बाबर का सैनिक था और जिसे बाबर ने प्रमोशन देकर सेनापति बनाया था।” हालाकि इतिहास की बात करें तो मंत्री जी ने सड़क की जो तुलना की, वह बिल्कुल ठीक थी। देश की सुप्रसिद्ध ग्रांड ट्रंक रोड सहित कई सड़कों को बनाने का श्रेय शेरशाह सूरी को जाता है। इसके साथ ही मध्ययुगीन इतिहास में अपने राजस्व सुधारो और जन हितेषी कामों की बदौलत शेरशाह ने एक अलग मुकाम पाया। हालांकि मध्यकाल के अन्य शासकों की तरह शेरशाह सूरी भी छल कपट के माध्यम से युद्ध नीति में विजय प्राप्त करने के लिए बदनाम रहा है। रायसीन के राजा पूरणमल को विश्वासघात से मारने का उस पर आरोप है। रायसीन की घटना उसके चरित्र पर एक कलंक माना जाता है क्योंकि उसने कई राजपूत स्त्री व बच्चों को मौत के घाट उतार दिया था।इसके अलावा जब जब पूरे देश के अंदर इतिहास को नए सिरे से परिभाषित करने की आवश्यकता पर जोर चल रहा है, मंत्री जी का यह बयान उनके लिए मुसीबत बन सकता है।


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Harpreet Kaur

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