मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में उपचुनाव (By-election) की तैयारियां शुरू हो गई है और इसी के साथ शुरू हो गए हैं जुबानी हमले भी। बीजेपी और कांग्रेस नेता एक दूसरे के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहे हैं और इसी दौरान ऐसे बयान भी सामने आ रहे हैं जिनमें भाषा की मर्यादा भी पार हो रही है।
भाजपा (BJP) में जाने के बाद से खामोश बैठे राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने एक तरफ अपनी सक्रियता बढ़ा दी है, वहीं कांग्रेस उनपर जमकर हमला बोल रही है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (sajjan singh verma) ने अपने एक बयान में सिंधिया की आलोचना करते करते भाषा की मर्यादा भी भूल गए। सज्जन वर्मा ने कहा कि “ज्योतिरादित्य सिंधिया बड़े तामझाम के साथ कैलाश विजयवर्गीय के घर पहुंचे, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय बंगाल भाग गए और सिंधिया बाबू ने वहा नकटे सरीखे बैठकर भोजन किया। मैंने कैलाश को धकमाकर दादागिरी से वोटिंग कराई थी वरना उनके परदादा भी नहीं जीत पाते। और अब सिंधिया नकटे जैसे उनके घर जा रहे हैं और वो बंगाल भाग गया।” सज्जन वर्मा ने अपने बयान में कहा कि राजनीतिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है, लेकिन इसी दौरान वे भूल गए कि उनके इस बयान में भाषा का भी ह्रास हो रहा है।