भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में एक और बड़ा घोटाला सामने आया है।आज बुधवार को मप्र विधानसभा (MP Assembly) के शीतकालीन सत्र (Winter Session) के तीसरे दिन बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा ने अपनी ही सरकार को घेरा और मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में बड़े घोटाले का आरोप लगाया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने जांच के आदेश दिए ।वही सीईओ को हटाने के निर्देश दिए गए है।
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दरअसल, आज शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा अपनी ही सरकार से नाराज नजर आए और उन्होंने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में अधिकारियों पर जमकर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए। श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह से सवाल करते हुए उन्होंने सिरोंज जनपद पंचायत में हितग्राहियों को दी गई रकम की जानकारी मांगी थी, इस पर श्रम मंत्री ने जवाब में बताया एक साल में सिरोंज जनपद पंचायत में 5976 हितग्राहियों को 30 करोड़ 40 लाख की राशि दी गई, ऐसे में 1 साल में इतनी बड़ी राशि एक जनपद में खर्च होने को लेकर सवाल खड़े हो रहे विधायक उमाकांत शर्मा ने पूरे प्रदेश में जांच की मांग की है।
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विधायक के सवाल के बाद मंत्री के जवाब पर विधान सभा अध्यक्ष गिरिश गौतम ने आपत्ति जताई औऱ कहा कि कोरोना काल में एक साल के अंदर एक ही जनपद पंचायत में कैसे इतनी राशि स्वीकृत की गई।विधानसभा अध्यक्ष ने जनपद पंचायत सिरोंज में पुत्री विवाह के लिए स्वीकृत राशि पर जाँच करने के निर्देश दिए।उन्होंने जनपद पंचायत सीईओ को हटा कर जाँच के निर्देश दिए ।