भोपाल| लॉक डाउन के दौरान देश भर में कई लोग फंसे हुए हैं, जो समय रहते अपने घर नहीं लौट पाए| ऐसे में लोग सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की अपील कर रहे हैं| मध्यप्रदेश के गुना जिले के रहने वाले आशीष जैन ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से मदद की गुहार लगाईं| सिंधिया भी तत्काल उनकी मदद में जुट गए|
दरअसल, गुना जिले के रहने वाले आशीष जैन ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को एक ट्वीट किया था। आशीष जैन ने अपने ट्वीट पर लिखा था, मेरी बेटी कोटा में फंस गई है, वह वहां पढ़ाई के लिए गई थी। वह छात्रावास में रह रही है और अस्वस्थ है। कृपया उसे गुना लाने में हमारी मदद करें। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा चिंता मत करो और फिर मदद के प्रयास में जुट गए|
दिल्ली से मप्र के लोगों की मदद
ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों अपने दिल्ली स्थिति आवास में हैं। लेकिन सोशल मीडिया सक्रिय हैं और मध्यप्रदेश के लोगों की मदद कर रहे हैं। आशीष जैन की बेटी को घर वापसी के लिए सिंधिया ने राजस्थान के उप मुख्यमंत्री, सचिन पायलट से बातचीत की है| उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी|
पायलट से की चर्चा
सिंधिया ने लिखा- प्रिय आशीष,आपसे दूरभाष पे चर्चा के अनुसार, मेरी राजस्थान के उप मुख्यमंत्री, सचिन पायलट जी से आपकी बिटिया, अंशिका, के सुरक्षा को लेकर चर्चा हुई है। कृपया आप आश्वस्त रहें कि आपकी बेटी की उचित देखभाल की जाएगी। और शीघ्र ही उसकी घर वापसी की कोशिश की जा रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा- राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट जी ने मेरे अनुरोध के बाद राजस्थान शहर के कोटा में फंसी गुना शहर की बिटिया इशिका को शीघ्र अपने घर भेजने को लेकर भी आश्वस्त किया।
इलाज के लिए दिलवाई ई पास की मंजूरी
सिंधिया ने एक अन्य ट्वीट भी किया है जिसमे उन्होंने बताया कि एक जरूरतमंद को उत्तरप्रदेश के उरैया से ग्वालियर इलाज के लिए आने के लिए अनुमति जारी करवाई| उन्होंने लिखा -‘सचिन जी के अस्वस्थ बेटे को इलाज के लिए उत्तरप्रदेश के उरैया से लाने के लिए ग्वालियर कलेक्टर से बात कर, ई पास की मंजूरी दिलवाई। इससे सचिन अपने पुत्र को इलाज के लिए ग्वालियर ला पाएंगे’।
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट जी ने मेरे अनुरोध के बाद राजस्थान शहर के कोटा में फंसी गुना शहर की बिटिया इशिका को शीघ्र अपने घर भेजने को लेकर भी आश्वस्त किया। @SachinPilot https://t.co/opV4OYjBxL
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) April 19, 2020