भोपाल।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बीजेपी नेता और राज्यसभा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया की किसानों को लेकर की गई मांग को गंभीरता से लिया है। कृषि मंत्री पटेल भी सिंधिया के सुझावों पर सहमति जताई है। इसी को देखते हुए पटेल ने सभी जिलों से उत्पादकता रिपोर्ट बुलाई है। माना जा रहा है कि चना और सरसों की खरीदी के लिए फिर से नए आदेश जारी किए जा सकते है।
दरअसल, सिंधिया ने कृषि मंत्री कमल पटेल को पत्र लिखकर चना और सरसों की फसल की खरीदी सीमा बढ़ाए जाने की मांग की थी, जिसमें उन्होने कहा था कि प्रदेश में इस बार चना और सरसों की बंपर पैदावार हुई है, जिसे देखते हुए 15 क्विंटल निर्धारित मात्रा की खरीदी को बढ़ाकर 20 क्विंटल किया जाए जिससे किसानों को राहत मिलेगी।खबर है कि प्रदेश सरकार ने सिंधिया के सुझावों को मान लिया है इसके लिए जल्द ही बैठक बुलाने के आदेश दिए गए हैं।कृषि मंत्री ने संकेत दिए हैं कि खरीद की सीमा में वृद्धि की जाएगी। प्रदेश में चना का रकबा भले ही इस बार घटा हो पर उत्पादन में वृद्धि होने का अनुमान कृषि विभाग ने लगाया है।
क्या लिखा था सिंधिया ने पत्र में
सिंधिया ने कहा है कि मैं आपका ध्यान मध्य प्रदेश के किसानों की एक बड़ी गंभीर समस्या की ओर दिलाना चाहता हूं । हमारे प्रदेश में इस बार चने और सरसों की बंपर पैदावार हुई है। इन दोनों फसलों की सरकारी खरीद की सीमा अभी क़रीब 15 एवं 14 क्विंटल प्रति हेक्टेयर क्रमशः है।मेरा आपको सुझाव है कि यह प्रयास हो कि कोरोना संकट की इस घड़ी में प्रदेश के किसानों की चने और सरसों की फसल की सरकार द्वारा खरीद सीमा 20 क्विंटल तक वृद्धि की जाए तो संकट से जूझ रहे किसान को बहुत सहयोग और सहायता मिल जाएगी।मुझे आशा है मध्य प्रदेश के अन्नदाता के हित में शीघ्र ही आपका विभाग इस विषय में सकारात्मक एवं सशक्त कदम उठाएगा।