भोपाल।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हार स्वीकार कार ली है।उन्होंने अपना इस्तीफा महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सौंप दिया है।इसके साथ ही उन्होंने अपना ट्वीटर अकाउंट भी अपडेट कर दिया। शिवराज सिंह चौहान के नाम के आगे से मुख्यमंत्री हटा दिया है। सीएम शिवराज की जगह एक्स सीएम शिवराज सिंह चौहान स्टेटस अपडेट किया गया है। अब प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला आज कांग्रेस की शाम को बुलाई गई विधायकों की बैठक में तय होगा। विधायकों की सहमति के बाद फैसला किया जाएगा कि कांग्रेस में से मुख्यमंत्री पद का दावेदार कौन कहां।
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता की पंक्तियां दोहराई। उन्होंने कहा ‘ना हार में, ना जीत में, किंचित नहीं भयभीत मैं; कर्तव्य पथ पर जो भी मिले, ये भी सही, वो भी सही।’ इससे पहले शिवराज सिंह ने कहा कि अब मैं मुक्त हो गया हूं। हार की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।
ट्वीट कर कहा- विपक्ष में सजग प्रहरी के तौर पर करेंगे काम
वही उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मध्यप्रदेश में आपने बीजेपी को सबसे अधिक वोट दिया, आप सभी का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं। समाज के हर वर्ग के साथ मध्यप्रदेश के सर्वांगीण विकास हेतु अपना आशीर्वाद हमारे प्रत्याशियों को देने के लिए राज्य के समस्त नागरिकों का धन्यवाद।उन्होंने लिखा है कि एमपी में विजयी बीजेपी प्रत्याशियों को शुभकामनाएं। नागरिकों का भरोसा, स्नेह व आशीर्वाद प्राप्त करने में सफलता की बधाई। मुझे विश्वास है कि इसे आप अक्षुण्ण रखते हुए प्रदेश की सेवा करेंगे। जनसेवा के साथ आपकी चुनौतियां बढ़ी हैं, जिसका सामना हम दृढ़ता से करेंगे।
उन्होंने लिखा कि बीजेपी को सर्वाधिक वोट प्रदेश के नागरिकों की विजय है, विकास और मध्यप्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के संकल्प का प्रमाण है। मेरा आप सभी से वादा है कि आपके इस असीम स्नेह, विश्वास और आशीर्वाद का जीवन के अंतिम क्षणों तक मान रखूंगा। आप सभी का ह्रदय से आभार।मध्यप्रदेश के नागरिकों ने जो स्नेह दिया, उसके लिए ह्रदय से धन्यवाद, जो जनादेश दिया शिरोधार्य है। अब बतौर विपक्ष हम जनहित, गरीब कल्याण और विकास के मुद्दों के सजग प्रहरी रहते हुए हर चुनौती का सामना करेंगे। प्रदेश का उज्ज्वल भविष्य हमारा संकल्प है।
बता दे कि इन चुनावों में कांग्रेस ने 114 जबकि भाजपा ने 109 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने 2, समाजवादी पार्टी ने 1 और निर्दलियों ने 4 सीटों पर कब्जा जमाया। बसपा-सपा समेत निर्दलीयों ने कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही है। समर्थन के बाद कांग्रेस के पास 121 सीटों होगी जो बहुमत से पांच कदम आगे है।