कमलनाथ सरकार में सहकारिता मंत्री गोविंद के किसानों वाले बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने पलटवार किया है। शिवराज का कहना है कि तो अब कांग्रेस के मंत्रियों ने यह भी कहना प्रारम्भ कर दिया है कि हमारे पास बेर का पेड़ है जिसमें से पैसे निकाल कर दे दें। मैं पूछना चाहता हूँ कि जब वचनपत्र में आपने मध्यप्रदेश की जनता से तरह-तरह के वादे किये थे, क्या तब आपके पास बेर का पेड़ या कल्पवृक्ष था।
दरअसल, आज मीडिया ने जब मंत्री गोविंद सिंह से किसानों के बोनस को लेकर सवाल किया था तो उन्होंने कहा था कि हमारे पास बैर का पेड़ नहीं जो हिलाने से पैसा निकल आए। 15 साल में बीजेपी ने खजाना खोखला कर दिया है। सरकार वचन के लिए प्रतिबद्ध है, अपने खर्चे कम कर वचन निभाएगी ।अतिवृष्टि से पीड़ितों की मदद के बाद किसानों को बोनस दिया जाएगा ।इस पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने गोविंद सिंह पर पलटवार किया है।
शिवराज ने ट्वीट कर लिखा है कि तो अब कांग्रेस के मंत्रियों ने यह भी कहना प्रारम्भ कर दिया है कि हमारे पास बेर का पेड़ है जिसमें से पैसे निकाल कर दे दें। मैं पूछना चाहता हूँ कि जब वचनपत्र में आपने मध्यप्रदेश की जनता से तरह-तरह के वादे किये थे, क्या तब आपके पास बेर का पेड़ या कल्पवृक्ष था। केवल चुनाव जीतने के लिए आपने प्रदेश के किसानों की कर्ज़माफी फसलों पर बोनस देने का झूठा वादा किया।किसान अतिवृष्टि से तबाह हो गए और आप ऐसे शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। अपने यह कहकर न सिर्फ जनता के साथ धोखाधड़ी व बेईमानी की है, बल्कि उनकी पीठ पर छुरा भी घोंपा है!