भोपाल| मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से बिगड़ती स्तिथि को देखते हुए सरकार ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बिना मंत्रिमंडल के अकेले मैदान में डटे हुए हैं और दिन भर अधिकारियों के साथ बैठकों में व्यस्त हैं| शनिवार को सीएम शिवराज सुबह 11:00 से 3:00 बजे तक प्रधानमंत्री के साथ वीसी में शामिल रहे| इसके बाद 4:30 बजे से लेकर रात तक लगातार प्रधानमंत्री के निर्देशों को और सरकार के निर्देशों को सभी कलेक्टर को वीसी के माध्यम से पहुँचाया| आठ घंटे से अधिक समय तक शिवराज की बैठक का दौर चलता रहा|
इस दौरान सीएम ने सभी जिलों के अधिकारियों, कलेक्टर्स से चर्चा का जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए| सीएम ने दो टूक कहा प्रदेश में कोई भूखा नहीं सोएगा ये कलेक्टर की जिम्मेदारी है| उन्होंने कहा यह राहत की बात है कि प्रदेश के 30 ज़िलों में
COVID19 का संक्रमण नहीं फैला है और एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है। हमें इन जिलों में स्थिति को इसी तरह काबू में रखने की ज़रूरत है। तत्परतापूर्वक कार्य करके हम इस स्थिति को बरकरार रख सकते हैं।
शिवराज ने कहा स्वास्थ्यकर्मियों और बचावकार्य में लगे सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए| उनके साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा! ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए जो कोरोना वारियर्स के साथ बुरा बर्ताव करते पाए जाएँ| उन्होंने कहा अपनी जान जोखिम में डालकर हमारे कोरोना वारियर्स दूसरों का जीवन बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
सीएम ने कहा अगले कुछ सप्ताह हमारे लिए काफी क्रिटिकल हैं। लगातार प्रयास करके हम स्थिति को बेहतर बना सकते हैं। आप ताकत के साथ आगे बढ़ें, मैं और मेरी पूरी टीम आपके साथ है| दवाइयों की फ़ैक्टरीज़ में उत्पादन चालू रखना आवश्यक है। जहाँ ऐसे उद्योग हैं, वहाँ फैक्ट्री में ही कर्मचारियों की ठहरने और भोजन की व्यवस्थाएँ की जाएँ। लोगों को रोज़ी-रोटी मिलती रहे, इसके लिए नियमों का पालन कर कुछ आर्थिक गतिविधियाँ जारी रखी जाएँ।
सीएम ने ग्वालियर, शिवपुरी और जबलपुर में #COVID19 के संक्रमण को बहुत ही प्रभावी तरीके से नियंत्रित करने की सराहना की| उन्होंने कहा लॉक डाउन का पालन अच्छे से करवाएँ लेकिन नागरिकों को अत्यावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित करें। एक संक्रमित व्यक्ति बहुत तेज़ी से कई लोगों को संक्रमित कर सकता है। #COVID19 के हॉटस्पॉट एरिया में कोई बाहर का व्यक्ति न घुसे और अंदर का व्यक्ति बाहर न जाए, यह सभी संबंधित अधिकारी सुनिश्चित करें।