MP News : “अजब एमपी के गजब किस्से” जानें कितनी बार मध्य प्रदेश अपने कारनामें से इस वाक्य को सार्थक कर चुका है। एक बार फिर से यह वाक्य सार्थक होता नजर आ रहा है। मध्यप्रदेश में गंभीर शिकायतों के बाद जिस जगह से प्रभारी प्राचार्य को हटाया गया था। विभाग द्वारा द्वारा उसी स्थान पर प्रभारी प्राचार्य को पदस्थ किया जा रहा है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब मध्यप्रदेश में इस तरह के कारनामे किए जा रहे हैं। दरअसल एमपी में ऐसे कर्मचारी, जिस पर महिलाओं से सम्बन्धित गंभीर आरोप लगाए गए थे। उन्हें दोबारा उसी जगह पर प्रभारी प्राचार्य बनाकर नियुक्त किया जा रहा है। मामला उच्च शिक्षा विभाग का है।
प्रोफेसर और शासकीय नवीन कॉलेज भोपाल के प्रभारी प्राचार्य मुकेश दीक्षित का शासकीय एमएलबी कॉलेज भोपाल में प्रभारी प्राचार्य बनना लगभग तय हैं। दीक्षित विगत वर्ष भी प्रभारी प्राचार्य थे, जिनको शिकायत के बाद हटाया गया था। इनके बाद वरिष्ठ प्राध्यापक ममता चंसोरिया को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया, जो 28 फरवरी 2023 को रिटायर हो गई है।
जबरन लिया गया प्रभारी प्राचार्य का प्रभार
इधर ममता चंसोरिया जिस दिन सेवानिवृत हो रही थी, उस शाम दीक्षित द्वारा एक जानकारी दी गई। जिसमें दावा किया गया कि उच्च शिक्षा मंत्री के विशेष सहायक का फोन आया है, जिसमें उन्हें प्राचार्य का प्रभार दिया जाए। इसी के साथ इन्होंने जबरन प्राचार्य का प्रभार ले लिया जबकि ममता चंसोरिया द्वारा सीनियर प्राध्यापक प्रवीण तामोट को प्रभार दे चुकी थी।
लगे हैं गंभीर आरोप
इससे पूर्व वर्ष 2013 में जब प्रो मुकेश दीक्षित शासकीय हमीदिया महाविद्यालय भोपाल में पदस्थ थे, तब प्रोफेसर मंजूषा गांगुली ने इनके विरुद्ध यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। जिसकी जांच उच्च शिक्षा विभाग द्वारा की गई थी और जांच में दोषी पाए जाने पर इनको स्थानांतरित किया गया था।
जांच में दोषी पाए जाने पर किया गया था स्थानांतरित
दरअसल वर्ष 2021- 22 में एमएलबी कालेज भोपाल के प्रभारी प्राचार्य रहते हुए उनके खिलाफ कई शिकायतें हुई थी, विवादास्पद होने के कारण अनेक समाचार पत्र में खबरे भी प्रकाशित होते रही। एमएलबी कॉलेज छात्राओं और महिलाओं का कॉलेज है। जहां मुकेश दीक्षित जैसे विवादास्पद व्यक्ति का पदस्थ होना शासन के हित में नहीं होगा।
भोपाल संभाग के अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा डॉ मथुरा प्रसाद ने भी इन्हें एक नोटिस जारी कर पूछा है कि आपने किस आधार पर प्राचार्य का प्रभार लिया है, बताएं? लेकिन इसका मुकेश दीक्षित पर कोई असर नहीं पड़ा। ज्ञात हुआ है कि मुकेश दीक्षित के को प्रभारी प्राचार्य बनाने के लिए आयुक्त उच्च शिक्षा के फरमान भी जारी हो चुके हैं। मुकेश दीक्षित महिलाओं और छात्राओं के विरोध के बावजूद एक बार फिर शीघ्र महिलाओं और छात्राओं के कॉलेज में प्राचार्य के पद पर काबिज हो जाएंगे।