भोपाल।
भले ही विधानसभा चुनाव में सपा-बसपा ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया हो लेकिन लोकसभा चुनाव में समीकरण बदले बदले नजर आ रहे है।इस बार बसपा-सपा का गठबंधन कई सीटों पर कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकता है, जिसका फायदा बीजेपी को मिलना तय है। बीते लोकसभा चुनाव में भी कई सीटों पर सपा-बसपा ने कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी थी, जिसके चलते कांग्रेस सिर्फ तीन सीटे ही बचा पाई थी और बीजेपी को 26 सीटों पर जीत मिली थी।तीसरे नंबर पर बसपा रही थी। अगर विधानसभा की तरह लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को अपना दबदबा बनाना है तो पहले बसपा-सपा से निपटना होगा। वरना कई सीटों पर फिर से मुहं की खानी पड़ सकती है।
पिछले चुनाव की बात करे तो एमपी की ऐसी पांच सीटें हैं जहां 2014 में बसपा-सपा ने कांग्रेस का खेल बिगाड़ा था। कांग्रेस इन पांच सीटों पर जीतने के लिए पहले तीसरे मोर्च की इन पार्टियों को पछाड़ना होगा।बता दे कि बसपा ने 26 और सपा 3सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। 2014 लोकसभा के आंकड़ों से साफ है कि 1991 के बाद बीजेपी ने जहां मैदानी पकड़ मजबूत की तो कांग्रेस के लिए कई सीटों पर बसपा सपा ने ही गणित बिगाड़ा है। कई सीटों पर हाल ये हैं की कांग्रेस या तो बसपा-सपा के बाद तीसरे नंबर पर है तो कहीं हार के अंतर से ज्यादा वोट तीसरे मोर्चे की पार्टियों को मिले हैं। चुंकी इस बार दोनों ने गठबंधन कर लिया है लेकिन कांग्रेस को दूर रखा है ऐसे में फिर मुश्किलें बढ़ना तय है। बीते लोकसभा चुनाव की तरफ इस बार भी कांग्रेस को सपा-बसपा से बड़ा झटका मिलना तय है, कई सीटों पर वोटों का बिखराव हो सकता है ,जिसका सीधा फायदा बीजेपी को मिल सकता है।देखना दिलचस्प होगा की लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस कौन सा दांव खेल दोनों सपा-बसपा को अपने फेवर में करने में कामयाब होती है।
इस सीटों पर फिर बिगड़ सकता है खेल
1) मुरैना लोकसभा सीट– तीसरे नंबर पर रही कांग्रेस
– बीजेपी के अनूप मिश्रा 43% वोट से जीते दूसरे नंबर पर बसपा को मिले 28.4 प्रतिशत वोट
– कांग्रेस से डॉ गोविंद सिंह को मिले महज 21.57 प्रतिशत वोट
– इस बार मुरैना सीट से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को उतारा है वहीं बसपा ने राम लखन कुशवाहा को टिकट दिया है, कांग्रेस का नाम आना बाकी है
2) रीवा लोकसभा सीट– बसपा ने बिगाड़ा कांग्रेस का गणित
– बीजेपी के जनार्दन को मिले 46.18% वोट, कांग्रेस को 25.85% तो बसपा को 21.15 %
– भाजपा ने सीटिंग एमपी जनार्दन मिश्रा तो बसपा ने विकास पटेल को दिया टिकट, कांग्रेस में सुंदर लाल तिवारी के बेटे को टिकट की उम्मीद
3) बालाघाट-कांग्रेस के हार के अंतर से ज्यादा वोट गए सपा के खाते में
-2014 में 96041 वोट से हारी कांग्रेस प्रत्याशी हिना कांवरे, वहीं सपा के खाते में गए 99392 वोट
– समीकरण बदलने के बाद बीजेपी ने बदला प्रत्याशी, बोध सिंह का टिकट काट ढाल सिंह बिसेन बने प्रत्याशी, कांग्रेस ने पूर्व विधायक मधु भगत को मैदान में उतारा
4) सतना महज 8 हजार के अंतर से हारी कांग्रेस बसपा ले गयी 1 लाख से ज्यादा वोट
– 41.08% वोट बीजेपी को तो 40.13% वोट मिले कांग्रेस प्रत्याशी अजय सिंह को
– 13.64 % वोट लेकर बसपा ने बिगाड़ा कांग्रेस का गणित
– बसपा से इस बार अच्छे लाल कुशवाहा मैदान में, बीजेपी ने फिर गणेश सिंह को उतारा, कांग्रेस के नाम का ऐलान बाकी
5)ग्वालियर में भी बसपा ने बिगाड़ा था कांग्रेस का गणित
– 2014 लोकसभा में कांग्रेस के अशोक सिंह को 29700 वोट के अंतर से मिली थी
– जबकि बसपा प्रत्याशी को मिले थे 6.88 % वोट