भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश स्टेट वेटरनरी काउंसिल (Madhya Pradesh State Veterinary Council) के चुनाव (Election) का रास्ता साफ हो गया है। राज्य शासन (State Government) ने चुनाव के संबंध में अधिसूचना (Notification) जारी कर दी है। काउंसिल के चुनाव पहली बार ऑनलाइन (Online) कराए जाएंगे। यह चुनाव 11 साल से अटके हुए थे। नियम अनुसार हर 3 साल बाद काउंसिल के चुनाव कराए जाने चाहिए।
प्रदेश में 2500 पशु चिकित्सालय
मध्य प्रदेश स्टेट वेटरनरी काउंसिल में कुल 11 सदस्य होते हैं। जिसमें से 4 सदस्य का निर्वाचन प्रदेश के सभी पंजीकृत पशु चिकित्सालय द्वारा मतदान के माध्यम से किया जाता है। पशु चिकित्सालय की संख्या करीब 2500 है, जो मताधिकार का प्रयोग करेंगे। काउंसिल में 3 सदस्य राज्य शासन द्वारा मनोनीत किए जाते हैं। एक सदस्य राज्य पशु चिकित्सा संघ से नामांकित किया जाता है। संचालक पशु चिकित्सा कुलपति वेटरनरी यूनिवर्सिटी एवं काउंसिल के रजिस्ट्रार परिषद के पदेन सदस्य होते हैं। निर्वाचन की अधिसूचना जारी होने के बाद काउंसिल के रजिस्ट्रार द्वारा एक प्राविधिक मतदान सूची जारी की जाएगी। दावे आपत्तियों के लिए महीने का समय दिया जाएगा इसके बाद अंतिम मतदान सूची राज्य शासन को भेजी जाएगी। राज्य शासन निर्वाचन अधिकारी एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी नियुक्त करेगा जो चुनाव संपन्न कराएंगे।
यह काम करती है काउंसिल
मध्य प्रदेश स्टेट वेटरिनरी काउंसिल एक स्वशासिय एवं संवैधानिक संस्थान है। इसका मुख्य कार्य प्रदेश में कार्यरत सभी स्नातक पशु चिकित्सकों का पंजीयन करना, उनके कौशल उन्नयन के लिए प्रशिक्षण देना, पशु चिकित्सकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करना आदि है।