राजा महाकाल पूरे ब्रह्मांड के राजा, मैं भगवान महाकाल का बेटा, मैं यहां रुक सकता हूं, उज्जैन के रात रुकने के मिथक को तोड़ बोले सीएम मोहन यादव

Shashank Baranwal
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CM mohan Yadav On Stay in Ujjain : मध्य प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को गृह जिला उज्जैन में रात्रि विश्राम के लिए ठहरे। जहां उन्होंने वर्षों से चली आ रही मान्यताओं को तोड़ दिया है। बता दें यह मान्यता है कि कोई भी नेता उज्जैन में रात ठहरने के लिए नहीं रूकता हैं। क्योंकि उज्जैन के राजा सिर्फ महाकाल हैं। हालांकि सीएम मोहन यादव ने रात रूककर यह मिथक तोड़ दिया है।

मैं महाकाल का बेटा हूं- सीएम मोहन यादव

गौरतलब है कि शनिवार की रात को उज्जैन शहर में रात रूक कर नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मैं महाकाल का बेटा हूं, बाबा महाकाल मेरे पिता हैं। मैं यहां रूक सकता हूं। वहीं उन्होंने इसके पीछे की कहानी को बताते हुए कहा कि सिंधिया महाराज को एक अपनी राजधानी को ग्वालियर ले जाना था। जिसके कारण कोई आक्रमण न हो पाए। इसलिए ये कहानी बनाई गई। वहीं उन्होंने आगे कहा कि बाबा महाकाल तो पूरे ब्रह्मांड के राजा है। साथ ही सीएम मोहन यादव ने कहा कि मैं महाकाल के सेवक की तरह काम कर रहा हूं, न कि किसी सीएम की तरह।

उज्जैन में रात न रुकने की पीछे की कहानी बताई

सीएम यादव ने कहा कि साल 1852 में दौलत रावजी के शासन में राजधानी ग्वालियर चली गई। जहां उन्हों यह कहानी गढ़ी की अगर कोई भी राजा उज्जैन में रात रुकेगा तो वह नष्ट हो जाएगा। जिसके कारण वह आक्रमण होने से बचा रहे। महाराजा सिंधिया की यह बात राजनीतिक बात बन गई। जिसके कारण कोई भी राजा उज्जैन में रात में नहीं रुकने लगा। वहीं उन्होंने कहा कि हम सब महाकाल के बच्चे हैं। महाकाल तो जन्म देने वाले हैं। आशीर्वाद देने वाले हैं।

सीएम ने अधिकारियों के साथ की बैठक

आपको बता दें डॉ. मोहन यादव सीएम बनने के बाद पहली बार अपने गृह जिला उज्जैन गए। जहां उन्होंने विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल भवन में उज्जैन में विकास के कार्यों के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। आपको बता दें कई योजनाएं जो कि पूरी हो गई हैं वहीं जो योजनाएं लम्बित हैं उन्हें जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास सीएम मोहन यादव का रहेगा।

अवैध वसूली को लेकर सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश

सीएम मोहन यादव ने उज्जैन संभाग में अधिकारियों के साथ बैठक में अवैध वसूली को लेकर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही लम्बित प्रमोशनों को लेकर जल्द से जल्द कार्रवाई करने के भी निर्देश और संभाग में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के आदेश दिए हैं।

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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