भोपाल। राजधानी में मांडवा बस्ती और कोलार के बैरागढ़ चीचली से डेढ़ माह के भीतर दो मासूमों के अपहरण और हत्या के बाद में अशोका गार्डन में 12 साल की छठवीं कक्षा की छात्रा के अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। किडनेपिंग की सूचना के बाद से अशोका गार्डन के सेमरा इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। इस सनसनीखेज वारदात की जानकारी के बाद में एसपी संपत उपाध्याय दलबल के साथ मौके पर पहुंंचे। उनकी अगवाही में एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। क्षेत्र के सभी नालों,गड्ढो सुनसान मैदानों की झाडिय़ों सहित संदिग्ध झुग्गियों में किशोरी की तलाश की गई। यह सर्चिंग कल दोपहर एक बजे से शाम सात बजे तक की गई। हालांकि बच्ची का कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है। मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपहरण का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार सैमरा क्षेत्र में 12 साल की कक्षा छठवीं में पढऩे वाली छात्रा रहती है। उसके पिता निजी सिक्युरिटी एजेंसी में गार्ड की नौकरी करते हैं। लड़की की मां पिछले दो माह से मायके में चल रहे एक पारिवारिक विवाद के चलते बिहार गई हैं। किशोरी के घर में मां-पिता के अलावा उसका एक बड़ा भाई है, जो सातवीं कक्षा में पढ़ता है। किशोरी के पिता ने पुलिस को बताया कि कल सुबह वह घर में सो रहे थे। उनका बेटा और बेटी इसी बीच पीना भरने के लिए घर के पास में ही स्थित नगर निगम के नल पर चले गए थे। भाई एक केन पानी भरने के बाद में घर लौट आया। बहन बड़ी पानी की बॉटल भरकर घर लौटने वाली थी। काफी समय तक जब लड़की घर नहीं लौटी तो भाई ने पिता को जानकारी दी। तब आस पास बच्ची की तलाश शुरू गई। इस बीच आस पास के लोगों में बच्चा चोर गिरोह द्वारा मासूम को अगवा करने की अफवाह फैल गई। भारी भीड़ के साथ किशोरी का पिता थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा। पुलिस ने तत्काल बच्ची की तलाश शुरू की। मासूम के नहीं मिलने पर अधिकारियों को सूचित किया गया। जिसके बाद में एसपी साउथ संपत उपाध्याय व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंची। सब ने मिलकर घंटो तलाश की। बच्ची का कोई सुराग नहीं मिलने पर एनडीआरएफ को जानकारी दी गई।
– नालो में की गई सर्चिंग
एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर क्षेत्र के सभी नालों में बच्ची की तलाश की। अधिकारियों को मासूम के साथ अनहोंनी की आशंका थी। अधिकारियों को डर था कि किसी ने किशोरी के साथ गलत कार्य कर उसे नाले अथवा झाडिय़ों में न फैंक दिया हो। लगातार तलाश के बाद भी जब बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला तो अधिकारी शाम करीब सात बजे तक उल्टे पांव लौट लिए। इसके बाद में फोन से मानिट्रिंग की जाती रही। देर रात एक बजे तक अशोका गार्डन थाने का स्टॉफ बच्ची की तलाश करता रहा। जांच अधिकारी एएसआई कमल सिंह के अनुसार देर रात साढ़े 12 से 1 बजे तक बच्ची की तलाश की गई। उसका कोई सुराग नहीं मिला है। आज सुबह से फिर मामले की पड़ताल शुरू की गई है। बच्ची के परिजनों को फिरौती अथवा कोई कॉल नहीं आया है। उसकी मां से सपंर्क किया गया है। बच्ची उनके संपर्क में भी नहीं है। सभी रिश्तेदारों और परिचितों से भी पूछताछ की जा रही है।