Bhopal Municipal Corporation Strike : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सफाईकर्मियों की हड़ताल स्थगित हो गई है और वे काम पर लौट गए हैं। हालांकि मंगलवार को हड़ताल की वजह से भोपाल के कई इलाकों में गंदगी का अंबार नजर आया, सुबह से ही कई इलाकों से कचरा नहीं उठा तो गाड़ियां भी डोर-टू-डोर नहीं पहुंची थी। एक दिन में ही हालत बिगड़ते देख निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी ने हड़ताली कर्मचारी नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया । छह सूत्रीय मांगों को लेकर कमिश्नर ने भरोसा दिलाया है। इसके बाद हड़ताली कर्मचारीयों ने कमिश्नर से मिले आश्वासन के बाद हड़ताल स्थगित करने का फैसला ले लिया।
सोमवार से थे हड़ताल पर निगमकर्मी
गौरतलब है कि अपनी छह सूत्रीय मांगों के समर्थन में सोमवार से निगम के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। इससे पहले उन्होंने अधिकारियों तक अपनी मांगे रखी लेकिन जब उनकी मांगे नहीं मानी गई तो उन्होंने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया, इसके बाद सोमवार यानि 12 दिसंबर से निगम कर्मी हड़ताल पर चले गए, पहले दिन शहर के अधिकांश इलाकों से कचरा नहीं उठा। न ही डोर-टू-डोर कचरा गाड़ियां पहुंची। पूरे दिन कर्मचारी सड़कों पर उतरे रहे। हालांकि, जलप्रदाय और फायर सेवाएं बहाल रही। संयुक्त मोर्चा अधिकारी-कर्मचारी संघ के बैनरतले चल रही हड़ताल दूसरे दिन दोपहर तक जारी रही। इस कारण गाड़ियां डोर-टू-डोर कचरा लेने नहीं निकली तो सीवेज-सफाई आदि व्यवस्था ध्वस्त हो गई। वाटर सप्लाई से जुड़े कई कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे। हालांकि हड़ताल फिलहाल स्थगित कर दी गई है, जिसके बाद ना सिर्फ निगम के अधिकारियों ने बल्कि शहर की जनता ने भी राहत की सांस ली है।