भोपाल| साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की मुश्किलें बढ़ गई हैं| नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान पर चौतरफा घिरी साध्वी के रिपोर्ट जहां दिल्ली में चुनाव आयोग तक पहुँच गई है| वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी प्रज्ञा के बयान पर सख्त हो गए हैं| साध्वी प्रज्ञा, अनंत हेगड़े सहित कुछ भाजपा नेताओं के विवादास्पद बयान को पार्टी ने गंभीता से लिया है और अनुशासन समिति को भेजने का निर्णय किया है।
अमित शाह ने अपने ट्वीट में कहा कि विगत दो दिनों में अनंतकुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलिन कटील के जो बयान आये हैं वो उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है।मामले को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को तीन ट्वीट किये. पहले ��्वीट में उन्होंने लिखा कि विगत 2 दिनों में अनंतकुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलीन कटील के जो बयान आये हैं वो उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है| विगत 2 दिनों में श्री अनंतकुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और श्री नलीन कटील के जो बयान आये हैं वो उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है। दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि इन लोगों ने अपने बयान वापस लिये हैं और माफ़ी भी मांगी है. फिर भी सार्वजनिक जीवन तथा भारतीय जनता पार्टी की गरिमा और विचारधारा के विपरीत इन बयानों को पार्टी ने गंभीरता से लेकर तीनों बयानों को अनुशासन समिति को भेजने का निर्णय किया है| तीसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि अनुशासन समिति तीनों नेताओं से जवाब मांगकर उसकी एक रिपोर्ट 10 दिन के अंदर पार्टी को दे, इस तरह की सूचना दी गयी है|
बता दें कि भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ने गुरूवार को अगर मालवा में एक सवाल के जवाब में कहा था कि नाथूराम गोडसे सबसे बड़े देशभक्त थे और जो लोग उन्हें आतंकवादी कहते हैं, वे अपने गिरेबां में झांककर देखें। बाद में विवाद बढ़ता देख प्रज्ञा ठाकुर ने अपने बयान पर माफी मांग ली थी। वहीं भाजपा ने तत्काल इस बयान से पल्ला झाड़ते हुए साध्वी को माफ़ी मांगने की सलाह दी थी| जिसके बाद साध्वी प्रज्ञा ने माफ़ी भी मांग ली| लेकिन यह विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है| कांग्रेस जहां इस मामले पर आक्रामक हो गयी है| वहीं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान के समर्थन में अनंत हेगड़े और भाजपा सांसद नलिन कटील की तरफ से कथित ट्वीट हुआ था। बाद में मामला तूल पकड़ता देख दोनों ही नेताओं ने अपने ट्वीट को हटा दिया था। अब बीजेपी नेताओं की बयानबाजी पर शाह ने सख्ती दिखाते हुए अनुशासन समिति से तीनों नेताओं से जवाब मांगकर उसकी एक रिपोर्ट 10 दिन के अंदर भेजने को कहा है|