भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
उपचुनाव (BY-election) से पहले भाजपा (BJP) का फोकस संगठन की मजबूती पर है| प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) नई टीम बनाने की तैयारी कर रहे हैं| लेकिन इसमें लगातार हो रही देरी सवाल खड़े कर रही है| सूत्र बताते है कि कुछ पदों पर सत्ता और संगठन के बीच सहमति नहीं बन पाने से भाजपा कार्यकारिणी की घोषणा नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि पुरानी टीम का कोई भी पदाधिकारी फिलहाल संगठन कार्य में सक्रिय नहीं है। सभी इंतजार में हैं कि नई टीम में किसे मौका मिलता है। देरी के चलते उन नेताओं की धड़कनें तेज हो गई हैं|
वीडी शर्मा की टीम में सांसद-विधायकों के साथ नए चेहरों को भी मौका मिल सकता है। पुरानी टीम से कुछ लोगों के पद बदलने और कुछ को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक शर्मा की कार्यकारिणी की सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जा चुकी है, पर कुछ पदाधिकारियों के नाम पर असहमति के कारण अब तक घोषणा नहीं हो सकी है। जिस तरह मंत्रिमंडल विस्तार और विभागों के बंटवारे में देरी हुई, अब ऐसी ही देरी वीडी शर्मा की नई टीम के गठन में हो रही है|
इधर सवाल यह भी है कि क्या कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये सिंधिया समर्थकों को भी इस टीम में शामिल किया जाएगा| बताया जा रहा है कि इस बार टीम के गठन में खींचतान ज्यादा है क्योंकि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के साथ सभी पक्षों को साधना है। प्रदेश अध्यक्ष बड़े पैमाने पर बदलाव कर सकते हैं| विधानसभा की 27 सीटों के उपचुनाव को देखते हुए भाजपा जातिगत और भौगोलिक संतुलन के साथ-साथ गुटीय संतुलन भी साधने की कोशिश कर रही है। कई नाम व पदों पर सत्ता-संगठन और हाईकमान में असहमति से भी मामला अटका हुआ है। शर्मा ने भी जल्द टीम घोषित करने का एलान किया था, लेकिन इसके बाद भी घोषणा नहीं हो सकी|
राकेश ने भी नहीं बदली टीम
प्रदेश भाजपा की मौजूदा टीम पिछले चार साल से अधिक समय से काम कर रही है। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने 2016 में जो कार्यकारिणी बनाई थी, अब तक वही चल रही है। 2018 में प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए राकेश सिंह ने भी इस टीम में कोई बदलाव नहीं किए थे। माना जा रहा है कि वीडी शर्मा अपनी टीम में युवाओं को अधिक मौक़ा दे सकते हैं|