भोपाल।
कोरोना संकटकाल में सरकारी टीचर का सपना देख रहे अभ्यर्थियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। लंबे समय बाद शुरु हुई एमपी में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया (Recruitment of School Teachers) फिर से स्थगित हो गई है, जिसके चलते उम्मीदवारों में आक्रोश है। उम्मीदवारों ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) को ट्वीट कर दोबारा प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। साथ ही सोशल मीडिया पर मुहिम भी छेड़ दी है।
दरअसल, बीते महिने प्रदेश की शिवराज सरकार ने लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से अटकी करीब 20 हजार स्कूली शिक्षकों की भर्ती (Recruitment of School Teachers) प्रक्रिया को फिर से शुरू करने का फैसला लिया था, 29 जून से उम्मीदवारों के दस्तावेजों के सत्यापन (Documents Verification) का काम शुरू होना था और 1 सितंबर तक सभी चयनित शिक्षकों को नियुक्ति देने की तैयारी थी, लेकिन अब ये भर्ती फिर अधर में अटक गई है।
लोकशिक्षण संचालनालय ने उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक के अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया स्थगित कर दी है। लोकशिक्षण संचालक गौतम सिंह की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के कारण कई शहरों में लोक परिवहन की व्यवस्था नहीं है। जिसको देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। दस्तावेज सत्यापन के लिए अलग से तिथि घोषित की जाएगी। नाराज उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ मुहिम शुरु कर दी है और आदेश वापस लेने की मांग की है, ऐसा ना करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
बता दे कि पिछली साल कमलनाथ सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री रहे प्रभुराम चौधरी ने ऐलान करते हुए कहा था कि 2020 में प्रदेश में 20 हजार से अधिक शिक्षकों कि भर्ती प्रक्रिया की जाएगी। इसमें 17 हजार उच्चतर माध्यमिक शिक्षक और 5 हजार 600 माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती की जायेगी। इससे प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूरी हो जाएगी।लेकिन एमपी में सत्ता परिवर्तन और कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन के चलते यह प्रकिया बीच में ही रुक गई थी,