भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश की भोपाल पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो देश भर में कही भी होने वाली परीक्षा केंद्रों के बाहर वारदातों को अंजाम देते थे, दरअसल भोपाल की बागसेवनिया पुलिस ने परीक्षा केन्द्रों के बाहर परीक्षार्थियों की गाड़ियों के लॉक तोड़कर मोबाइल, नकदी चोरी करने वाले दिल्ली की गैंग को गिरफ्तार किया है। गैंग वारदात के बाद दिल्ली भाग जाता था। हालांकि गैंग लंबे समय से इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रही थी लेकिन जब इस गैंग ने भोपाल पुलिस में पदस्थ एसीपी राकेश श्रीवास्तव के एल एल एम कर रहे बेटे की कार का लॉक खोलकर मोबाइल, नकदी, एटीएम कार्ड पार कर दिया, तब पुलिस ने इस मामलें को गंभीरता से लिया और फिर गैंग के सदस्यों को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।
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गैंग अलग अलग जगहों पर परीक्षा केंद्रों के बाहर चोरी की घटनाओं को अंजाम देती थी लेकिन भोपाल में पुलिस अधिकारी के बेटे की कार को निशाना बनाना इन्हे महंगा पड़ गया, बताया जा रहा है कि भोपाल के आकृति गार्डन नेहरू नगर में रहने वाले आयुष श्रीवास्तव LLM कर रहे हैं। आयुष 29 जनवरी को बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में फाइनल ईयर का पेपर देने सुबह साढ़े 11 बजे गए थे। कार में उनके खुद का मोबाइल व चार दोस्तों के मोबाइल, पर्स समेत अन्य सामान रखकर परीक्षा सेंटर में चले गए। कार लॉक थी। दोपहर तीन बजे परीक्षा देकर वापस लौटे तो गाड़ी का लाक खुला मिला। अंदर रखे मोबाइल, पर्स गायब मिले। जिसके बाद आयुष ने मामला दर्ज करवाया, चूंकि मामला पुलिस अधिकारी के बेटे से जुड़ा था तो पुलिस ने भी इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए तत्काल मामला दर्ज कर इसकी जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को ऐसे सबूत मिले, जिसमें पुलिस को पता चला कि दिल्ली के गैंग ने वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस इनकी तलाश में जुटी। करीब साढ़े तीन माह बाद आरोपी पकड़े गए।
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पुलिस ने आरोपी 28 साल के सचिन चौधरी, 24 साल के रजनीश सिंह और 30 साल के अमन राठौर को गिरफ्तार किया है यह सभी दिल्ली निवासी है, बताया जा रहा है कि यह गैंग बेहद शातिर है यह सबसे पहले देश भर में होने वाली परीक्षाओं का पता लगाते है उसके बाद यह बाकायदा पूरी तैयारी के साथ उस जगह पर पहुंचते है भले ही वह केंद्र किसी दूसरे राज्य में हो, वह उन वाहनों की रैकी करता है जो परीक्षार्थियों की होती है। परीक्षार्थी के सेंटर में जाते ही आरोपी लोहे की स्केल से गाड़ियों के लॉक खोल लेते हैं। इसके बाद सामान लेकर फरार हो जाते हैं। यह गैंग वापस दिल्ली लौटकर चुराए गए समान को सस्ते में बेच देती है, चोरी करने गैंग बाकायदा ट्रेन में सफर कर उस जगह पहुँचती है। गैंग के सदस्य परीक्षार्थी की गाड़ी को ही निशाना बनाते थे। फिलहाल भोपाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है उम्मीद है इनसे और भी कई वारदातों का खुलासा होगा।