भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भोपाल में ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वाली छात्रा को पुलिस के साथ उलझना महंगा पड़ गया। यही नहीं नियमों का हवाला देने और कार्रवाई की बात कहने करने पर महिला आरक्षक के साथ छात्रा ने मारपीट कर दी, छात्रा ने मौके पर मौजूद ट्रैफिक कर्मियों को धमकाया कि वह कार्रवाई न करें उसके बड़े पापा डीआईजी है। लेकिन छात्रा का यह पैंतरा काम नहीं आया, नियमों का पालन न करना और ट्रैफिक पुलिस से मारपीट करने के आरोप में छात्रा और उसके साथियों पर मामला दर्ज किया गया है।
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यह था मामला
अशोका गार्डन थाना इलाके में रात को बीसीए की छात्रा ने दोस्तों के साथ मिलकर महिला आरक्षक के साथ मारपीट कर दी। छात्रा स्कूटी पर दो दोस्तों को बैठाकर जा रही थी। इससे चेकिंग पाइंट पर आरक्षक ने उन्हें रोका और चालान बनवाने के लिए कहा। इससे छात्रा ने कहा कि मेरे बड़े पापा डीआइजी हैं, मैं चालान नहीं बनवाऊंगी। विवाद बढ़ता चला गया। पुलिस का कहना है कि छात्रा व उसके दोस्तों ने गाली देना शुरू कर दिया। महिला आरक्षक ने विरोध किया तो छात्रा ने उसके पेट में लात मार दी। पुलिस ने आरोपित छात्रा व उसके दोस्तों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने व गाली-गलौज सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
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छात्रा से परिजन भी परेशान, पिता बोले- भेज दो जेल, परेशान हो गया हूं
मारपीट की घटना के बाद जब पुलिस ने छात्रा के अप्रिजनों को फोन लगाया कि आपकी बेटी ने महिला आरक्षक से बदतमीजी की है, वह माफी मांग लें। लेकिन छात्रा के पिता का जबाव सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई, पिता ने कहा कि मैं बेटी से परेशान हूं। आप तो जेल भेज दो। वही इस मामले के बाद पुलिस ने युवती और उसके साथी दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने थाने लाकर पूछताछ की तो उन्होंने अपनी पहचान शुभांगी वर्मा, अंकित मिश्रा और प्रथम कुमार के रूप में बताई। छात्रा डीआइजी होने की झूठी धमकी दे रही थी। बाद में छात्रा ने बताया की वह तीनों कहीं से पार्टी करके आ रहे थे। युवती बीसीए की छात्रा है, जो कि एलएनसीटी कालेज में पढ़ाई करती है। पुलिस जब छात्रा और उसके साथी को थाने लेकर आए तो यहां शुभांगी रोने लगी और माफी मांगने लगी। उसने कहा कि उससे गलती हो गई, छोड़ दो आगे से ऐसा नहीं करूंगी।