कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सदस्य और अधिवक्ता विवेक तनखा ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर मध्यप्रदेश के वर्तनाम राजनीतिक हालात पर चिंता जताई है। उन्होने पत्र मेे लिखा है कि कोरोना महामारी के संकटकाल में भी सीएम शिवराज ने कैबिनेट का गठन नहीं किया है और अकेले ही सारे निर्णय ले रहे हैं। जबकि ऐसे विकट समय में मंत्रिमंडल गठन के साथ सभी के विचार विमर्श से निर्णय लिये जाने चाहिए।
विवेक तनखा ने अपने पत्र में लिखा है कि मध्यप्रदेस की साढ़े सात करोड़ जनता इस समय कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है लेकिन ऐसे समय में लॉकडाउन के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और मंत्रिमंडल का गठन भी नहीं किया गया जबकि ये कानूनन भी आवश्यक है। उन्होने लिखा है कि एकमात्र सीएम की सरकार यानी बिना मंत्रिमंडल के एक व्यक्ति की सरकार एक अकल्पनीय संवैधानिक व्यवस्था प्रतीत हो रही है और ऐसे अनिश्चय की स्शिति में मैं निवेदन करता हूं कि प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने पर विचार किया जाना चाहिए।