विजय जोगी/गुना
विधानसभा (assembly) के उपचुनाव (by election) को लेकर कांग्रेस (congress) और बीजेपी (bjp) दोनों अपनी-अपनी रणनीति बनाने में लगे गए हैं और कांग्रेस इस बार बीजेपी को उसकी ही चाल का उत्तर उसकी ही चाल से देना चाहती है।
दरअसल 24 विधानसभा सीटों में से 22 विधानसभा सीटों पर चुनाव इसलिए हो रहे हैं क्योंकि कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली है, यानी विधानसभा चुनाव 2018 में हाथ के पंजे पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी इस बार कमल के फूल पर चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में कांग्रेस कड़ी टक्कर देने के लिए अब बीजेपी के उन लोगों को तलाश रही है जो कांग्रेस से बीजेपी में अचानक आ टपके लोगो से इसलिये नाराज है क्योंकि वे उनकी राजनीति को बर्बाद कर रहे हैं। कांग्रेस ने प्रथम चरण में प्रेमचंद गुड्डू (premchan guddu) को एक बार फिर बीजेपी से कांग्रेस में वापस ले लिया है और वे सांवेर से पूर्व मंत्री (former minister) तुलसी राम सिलावट (tulsiram silavat) को टक्कर देने के लिए मैदान में उतरेंगे । इसी तरह गुना (guna) जिले की बम्होरी विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया (mahendra singh sisodiya) को टक्कर देने के लिए कांग्रेस भाजपा की शिवराज सरकार में मंत्री रहे कन्हैया लाल अग्रवाल (kanhaiya lal agrawal) को कांग्रेस के टिकट पर लगाने पर विचार कर रही है। कन्हैया लाल 2008 से 2013 तक के मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में नर्मदा घाटी विभाग के मंत्री रहे, हालांकि 2013 में वे चुनाव हार गए और 2018 में भी बीजेपी छोड़ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े लेकिन पराजित हुए। उसके बावजूद कन्हैया लाल की साफ-सुथरी छवि का लाभ कांग्रेस उठाना चाहती है और इसलिए कांग्रेस लगातार उनके संपर्क में है।
कन्हैयालाल से जब इस बारे में एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ ने पूछा तो उनका कहना था कि महेंद्र सिंह सिसोदिया जैसे प्रत्याशी को चुनाव मैदान में पराजित करने की दम केवल वे रखते हैं और यदि कांग्रेस उन्हें मौका देती है तो वे उसकी कसौटी पर खरा उतरेंगे।