Rang Sanskriti Natya Samaroh : राजधानी भोपाल में रंग संस्कृति समिति द्वारा तीन दिवसीय ‘रंग संस्कृति नाट्य समारोह‘ आयोजित किया जा रहा है। विधायक विश्रामगृह स्थित शहीद भवन में होने वाले इस समारोह में प्रसिद्ध रंगकर्मियों के निर्देशन में होने वाले नाटकों के मंचन किया जाएगा। इसी के साथ शहर के साहित्यकार एव कलाकारों का सम्मान भी किया जाएगा।
तीन दिवसीय नाट्य समारोह
रंगकर्मी एवं आयोजन समिति के सचिव यतीन्द्र अत्रे ने बताया कि 8 सितंबर से आरंभ होने वाले इस तीन दिवसीय नाट्य समारोह के शुभारंभ अवसर पर विभिन्न विधाओं में कलाकारों एवं साहित्यधर्मियों द्वारा दिए अवदान के लिए उन्हें स्मृति चिन्ह के साथ सम्मानित करने का निर्णय समिति ने लिया है। इस कड़ी में साहित्य सृजन के क्षेत्र में हिंदी एवं लोकभाषा निमाड़ी के वरिष्ठ साहित्यकार सुरेश कुशवाह ‘तन्मय’ को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही लोकगीत गायन के क्षेत्र में प्रवीण चौबे, संगीत निर्माण में मॉरिस लाजरस तथा रंगमंच में अपने सहज अभिनय के रूप में जाने जाने वाले मुकेश पाचोड़े को भी सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन कला समीक्षक एवं उद्घोषक विनय उपाध्याय करेंगे।
सम्मान समारोह के बाद पहले दिन की प्रस्तुति के रूप में बालेंद्र सिंह निर्देशित एवं धर्मवीर भारती द्वारा लिखित हम थिएटर समूह के कलाकारों द्वारा नाटक ‘अंधा युग‘ का मंचन होगा। शहर के रंगप्रेमी दर्शक जो 3 सितंबर को रवीन्द्र भवन में मंचित इस प्रस्तुति को किसी कारण से नहीं देख पाए, उनके लिए भी धर्मवीर भारती की इस कालजयी रचना को मंच पर फिर अभिनीत होते देखने का अवसर होगा। दूसरे दिन सुप्रसिद्ध अभिनेता एवं रंगकर्मी राजीव वर्मा द्वारा निर्देशित एवं योगेश त्रिपाठी लिखित चर्चित नाटक ‘चौथी सिगरेट‘ का मंचन भोपाल थियेटर्स के कलाकारों द्वारा होगा। अंतिम दिवस संस्था टीम संपूर्णम मुंबई द्वारा कुलविंदर बख्शीश के निर्देशन में नाटक ‘कर्ण‘ का मंचन किया जाएगा। शुभारंभ दिवस पर कार्यक्रम 6ः30 पर आरम्भ होगा पश्चात नाटकों की प्रस्तुति प्रतिदिन शाम 7 बजे से होगी।
सम्मानित होने वाले, साहित्यधर्मी, कलाकार
सुरेश कुशवाह ‘तन्मय’ : लगभग 45 वर्षों से साहित्य साधनारत भोपाल के भेल संस्थान से सेवानिवृत सुरेश कुशवाहा ‘तन्मय‘ हिन्दी के अतिरिक्त निमाड़ी लोक भाषा के साहित्यकार के रूप में भी जाने जाते रहे हैं। सुरेश जी द्वारा रचित लघु कथा ‘रात का चैकीदार‘ महाराष्ट्र शासन के शैक्षिक पाठ्यक्रम के अंतर्गत कक्षा नवी में पढ़ाई जा रही है। लघु कथा के अतिरिक्त नवगीत, बाल कविता, दोहे एवं हाईकु विधा में रचनाओं का सृजन करने वाले सुरेश कुशवाहा ‘तन्मय‘ सांस्कृतिक पत्रिका ‘रंग संस्कृति‘ के साहित्य संपादक हैं।
प्रवीण चौबे : निमाड़ मालवा के वैवाहिक समारोह में बजाए जाने वाले एवं यूट्यूब पर धूम मचाने वाले गीत झामरु गुड्डू ताड़ी पीनऽ नाचो रे… के रचयिता प्रवीण चौबे ने मारो ठुमको…तथा महेश्वर दर्शन जैसे गीतों से प्रसिद्धि पायी है। नाट्य कला में स्नातक प्रवीण को लोकगीत गायन के माध्यम से नगर निगम खरगोन के स्वच्छता ब्राण्ड के रूप में कार्य करने का अवसर मिला है।
मुकेश पाचोड़े : 18 वर्षों से रंगमंच के क्षेत्र में सक्रिय मुकेश पाचोड़े ने मंच पर अभिनय के साथ कईं फिल्मों एवं टीवी सीरियल, विज्ञापन फिल्मों में अपने सहज अभिनय की छाप छोड़ी है- चक्की, थाई मसाज, गंगाजल, मेरे देश की धरती, शेरनीऔर लव ऑल में निभाई भूमिकाओं ने मुकेश को एक सशक्त अभिनेता के रूप में पहचान दिलाई है।