Sat, Dec 27, 2025

ट्रायसिकल दिलाने मां को पीठ में लादकर दस कि.मी. दूर मंत्री के बंगले पहुंचा युवक, निराश लौटा, आयोग ने दिया कलेक्टर को नोटिस

Written by:Sushma Bhardwaj
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ट्रायसिकल दिलाने मां को पीठ में लादकर दस कि.मी. दूर मंत्री के बंगले पहुंचा युवक, निराश लौटा, आयोग ने दिया कलेक्टर को नोटिस

Gwalior -Commission Notice to Collector : मप्र मानव अधिकार आयोग ने ग्वालियर शहर की एक मार्मिक मामलें पर संज्ञान लिया है। दरअसल अपनी वृद्ध माता को ट्रायसिकल दिलाने के लिये एक बेटा तपती दोपहरी में मां को पीठ में उठाकर दस किमी पैदल चलकर ग्वालियर शहर में रहने वाले एक केंद्रीय मंत्री के बंगले पर पहुंचा।सागरताल में रहने वाले कालीचरण पाण्डेय जब केंद्रीय मंत्री के बंगले पर पहुंचे, तब मंत्री बंगले पर नहीं थे। कालीचरण निराश होकर घर लौट गया। कालीचरण ठेला किराये पर लेकर मूंगफली बेचते हैं। लेकिन बीते कुछ दिनों से उस पर 900 रू की उधारी हो जाने के कारण उसका यह काम भी बंद हो गया है।

आयोग का नोटिस 

मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर ग्वालियर से प्रकरण की जांच कराकर दिव्यांगजन सशक्तिकरण के उद्देश्य की पूर्ति हेतु की गई कार्रवाई के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।

यह था मामला 

दरअसल दोपहर की तपती धूप मेंं वृद्ध मां को पीठ पर उठाकर एक युवक सोमवार को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बंगले पर पहुंचा। युवक अपनी  मां को ट्रायसिकल दिलाना चाहता था। इसके लिए वह सागरताल से मंत्री के बंगले तक करीब 10 किमी पैदल मां को पीठ पर लेकर आया। सागरताल में रहने वाले कालीचरण पांडेय  इससे पहले भी मंत्रियों के बंगले के कई चक्कर लगाए थे, मंत्री जी के न मिलने से वह निराश होकर घर लौट गया था । उसने क्षेत्रीय विधायक और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले के तीन चक्कर काटे थे। वहां से सिर्फ आश्वासन मिला। इस कारण वह पहली बार केंद्रीय मंत्री के बंगले पर पहुंचा पर मंत्री नहीं थे तो लौट रहा हूं। इससे पहले वह सरकारी दफ्तरों के चक्कर भी लगा चुका है, लेकिन अधिकारियों ने भी सिर्फ लिखित आश्वासन ही दिया पर ट्रायसिकल नहीं मिली। पैसे न होने के कारण वह सवारी वाहन में बैठने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाता। कालीचरण ठेला किराए पर लेकर मूंगफली बेचने का काम करता था, लेकिन पिछले दिनों 900 रुपए की उधारी होने के कारण अब उसका यह काम भी बंद हो गया है।