दरअसल बैरागढ़ में एक प्रतिष्ठित प्राइवेट बैंक की ब्रांच के कर्मचारी का यह मामला है। यहां काम करने वाले बैंक कर्मचारी ने पहले व्यापारियों से दोस्ती की, फिर उसके बाद बैंक मे खाता खुलवाया। गृहमंत्री से शिकायत में व्यापारी ने कहा बैंक कर्मचारी ने मेरे परिवार से कई खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए और वापस भी किए, लेकिन इस बार वह पैसे वापस नहीं करवा रहा है और टाल मटोल कर रहा है।
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व्यापारी ने कहा मेरे से बैंक कर्मचारी ने मेरे भाई को अति विश्वास में लेकर धोखाघड़ी को अंजाम दिया। गृह मंत्री को संतनगर के भाजपा नेताओं ने व्यापारी का आवेदन पुलिस कार्रवाई के लिए सौंपा। एमआईसी सदस्य राजेश हिंगोरानी, पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष रमेश जनियानी, कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष कन्हैयालाल इसरानी व अन्य लोग आवेदन सौंपने वालों में थे। बताया जा रहा है भले ही आवेदन एक व्यापारी का गृह मंत्री के पास पहुंचा हो, लेकिन करीब 10 करोड़ रूपये की ठगी बैंक कर्मचारी द्वारा की गई है। गृह मंत्री ने पुलिस को मामले में तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हें। इस मामले में पहले भी कुछ व्यापारी थाने पहुंचे थे, लेकिन मामला कार्रवाई की बचाए समझौते से निपटाए जाने की बात कही जा रही है।
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ऐसे की धोखाधड़ी
बैंक कर्मचारी ने यह धोखाधड़ी का काम डेढ़ साल से कर रहा था। सबसे पहले ओवर ड्राफ्ट के नाम पर कई व्यापारियों को अपने शिकंजे में लिया और सीधे ऑनलाइन पैमेंट जमा करवाए, फिर साइन लेकर वह राशी निकाली ली। इतना ही नहीं जिन व्यक्तियों ने बैंक में गोल्ड गिरवी रखकर लोन लिया था,उनके खाते बंद करवाकर बैंक के ही अन्य अधिकारियों की सांठ-गांठ से वह सोना भी निकलवा लिया।
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बताते है कि ऐसे आधा दर्जन प्रापर्टी ब्रोकर व व्यापारी है जिनका 80 ग्राम से लेकर 200 ग्राम सोना बैंक में रखा था, जिसे निकलवा लिया गया। इस बैंक कर्मचारी के झांसे में कई बर्तन, एवं सराफा व्यापारियों के अलावा कपड़ा व्यापारी भी आ गए है। सर्राफा व्यापारियों से कुछ लाख नगददेकर अधिक लाख का सोना खरीद कर उसे कम रेट पर दूसरी जगह बेचकर कई सर्राफा व्यापारियों को भी चूना लगाया है।