BHOPAL NEWS : भोपाल के हमीदिया अस्पताल में एक्सीडेंट में घायल एक जिंदा महिला को मर्चुरी के फ्रीजर में रखने का मामला सामने आया है महिला के परिजनों ने यह आरोप लगाया है, हालांकि महिला की मौत हो गई है। लेकिन परिजनों का कहना है कि अगर उसे समय पर इलाज मिल जाता तो जिंदा होती, एक्सीडेंट में घायल होने के बाद उसे अस्पताल लाया गया लेकिन यहाँ मौजूद डाक्टर्स और स्टाफ ने उसका चेक अप कर इलाज करने के बजाए मरा घोषित कर मर्चुरी के फ्रिज में रखवा दिया। घटना के बाद परिजनों ने जमकर हमीदिया अस्पताल परिसर में हंगामा किया।
पति पहुंचा तो चल रही थी फ्रीजर में भी महिला की साँसे
बताया जा रहा है कि रामकुवंर बाई अहिरवार पत्नी तुलाराम अहिरवार नामक महिला जाट निपानिया में एक्सीडेंट के बाद हमीदिया रेफर हुई थी। परिजनों ने आरोप लगाया महिला को ट्रीटमेंट ना देकर डॉक्टर ने लापरवाही करते हुए मृत घोषित कर दिया। महिला का पति जब मरचूरी पहुंचा तो महिला को जिंदा पाया। उसके कुछ देर बाद उस महिला की मृत्यु हो गई। मृतिका का पति एम्स में टेक्नीशियन का काम करता है पति का कहना है कि पत्नी को फ्रीजर से बाहर निकाल कर देखा तब जिंदा थी उसकी सांसे डेढ़ घंटे तक चल रही थी। मौजूदा स्टाफ की सरासर लापरवाही दिखाई देती है। निपानिया जाट में एक्टिवा से एक्सीडेंट हुआ था महिला के नाक से खून आ रहा था। फिलहाल महिला मृत है शव मर्चुरी में रखा हुआ है। परिजनों का आरोप है कि अभी किसी प्रकार की जांच नहीं हुई है। परिजन डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई चाहते हैं।
हंगामे की खबर सुनकर मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में महिला के परिजन मौके पर पहुँच गए वही उन्होंने अस्पताल परिसर में ही नाराजगी जतानी शुरू कर दी, हँगामें की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि पूरे मामलें में जांच के बाद FIR दर्ज की जाएगी।