भोपाल। मप्र उर्दू अकादमी में होने वाले आयोजनों के लेकर शायरों, अदीबों, मेहमानों को बुलाने, ठहराने, सम्मान राशि देने से सहित अन्य मामलों को लेकर की गई शिकायत के बाद विभाग ने इस जांच कराने का निर्णय लिया गया। संस्कृति विभाग द्वारा जांच कराने के लिए एक महिला अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है। यह अधिकारी जांच छोड़कर निजी यात्रा पर विदेशी दौर पर निकल गई है। इधर, विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जांच की अवधि को एक सप्ताह के लिए बढ़ाया गया है।
उल्लेखनीय है कि मप्र उर्दू अकादमी में चल रहीं वित्तीय अनियमितताओं को लेकर काफी समय से संस्कृति विभाग को शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों के आधार पर संस्कृति विभाग ने जांच के आदेश जारी किए हैं। मप्र संस्कृति परिषद ने विभाग की कनिष्ठ लेखाधिकारी लाजवंती अभिचंदानी को जांच अधिकारी बनाते हुए अकादमी में हुए गड़बड़झाले और वित्तीय अनियमितताओं की जांच के निर्देश देते हुए सात दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन सौंपने को कहा गया था, लेकिन जांच अधिकारी ने जांच छोड़कर निजी यात्रा पर गई हुई है।
![urdu-academy-investigative-officers-went-to-abroad](https://mpbreakingnews.in/wp-content/uploads/2020/01/254320191441_0_urdu.jpg)
निजी यात्रा पर फैमिली साथ गई दुबई
सूत्रों ने बताया कि विभाग की कनिष्ठ लेखाधिकारी लाजवंती अभिचंदानी अपनी फैमिली के साथ विदेश यात्रा पर दुबई गई है। वे 21 जून को गई थी और 27 जून तक वापस लौटेंगी। वहीं सूत्रों का कहना है इस यात्रा का पूरा खर्च अकादमी के अधिकारियों द्वारा उठाया जा रहा है।
इस मामले में होनी है जांच
संस्कृति विभाग को उर्दू अकादमी द्वारा पिछले कुछ सालों में कराए गए विभिन्न आयोजनों और गतिविधियों के दौरान भारी अनियमितताओं की शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों में उल्लेख किया गया हैं कि शायरों, अदीबों, मेहमानों को बुलाने, ठहर��ने, सम्मान राशि देने से लेकर विभाग से होने वाले विभिन्न कामों में गड़बड़झाले किए हैं। निरंतर मिल रहीं शिकायतों के आधार पर ही संस्कृति परिषद ने जांच आदेश जारी किए और जांच अधिकारी समुचित जांच करते हुए तथ्यात्मक प्रतिवेदन तैयार प्रस्तुत करेगा।
मैंने ही जांच का समय एक सप्ताह के लिए बढ़ाया है। यह बात सही है कि लेखाधिकारी लाजवंती निजी यात्रा पर फैमिली के साथ विदेश गई हुई हैद्ध
– पंकज राग, प्रमुख सचिव, मप्र संस्कृति विभाग
यह घोटला भाजपा शासनकाल में हुआ है। इस मामले कई बड़े-बड़े अधिकारियों के नाम सामने आएंगे। इस घोटाले की जांच होनी चाहिए और जांच में दोषी पाए जाने वाले पर एफआईआर होनी चाहिए।
– जाहिद खान (चंदू), महासचिव, प्रदेश कांग्रेस, शिकायतकर्ता