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भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के डिपो में 21 अक्टूबर को हुए टैंकर ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल विनोद ने भी दम तोड़ दिया। हादसे में गंभीर रूप से झुलसे ड्रायवर सलमान, सानू पहले ही दम तोड़ चुके हैं। घायलों का चिरायु अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं, इस मामले में टैंकर कर्मियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि, बीपीसीएल हादसे के लिए पूरी तरह से डिपो प्रबंधन ही जिम्मेदार है। डिपो में टैंकर चालक की सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। जिस डिस्पेंसिंग मशीन से टैंकरों को तेल की आपूर्ति की जा रही थी, उसमें खराब कैलिब्रेशन था।
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बता दें कि मृतक विनोद केजुअल डिपार्टमेंट में काम करता था। उसकी मौत से परिजन आक्रोशित है और सही इलाज नहीं मिलने का आरोप भी लगाए जा रहे हैं। दूसरी ओर टैंकर एसोसिएशन ने परिजनों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। एसोसिएशन के अब्दुल रहमान खान ने बताया कि विनोद दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी था। जो सुविधाएं और मुआवजा मृतक ड्राइवरों के परिजनों को दी गई है, वह विनोद के परिजनों को भी दी जाना चाहिए।
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दरअसल, जिस समय यह घटना हुई थी उस समय 7 लोग मौजूद थे, जो इसकी चपेट में आकर झुलस गए थे। जिनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। जिनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी थी, जबकि बाकि लोगों का इलाज जारी है। फिलहाल, तीन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी घायलों को उसी समय आईसीयू में भर्ती करवाया गया था। इनमें से दो ड्राइवर सलमान एवं एक अन्य ने पहले ही दम तोड़ दिया था।
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