भोपाल। मध्यप्रदेश (MP) में आगामी दिनों में 27 सीटों पर उपचुनाव (BY Election) होने है। इसमें सबसे अधिक सीटें ग्वालियर चंबल अंचल (Gwalior chambal) की है, इसलिए सरकार का पूरा फोकस इस क्षेत्र ज्यादा है। आज मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के साथ पहली बार वर्चुअल कैबिनेट (Virtual Cabinet) की बैठक करने जा रहें है। बैठक में मुख्यमंत्री चिरायु अस्पताल से और बाकी मंत्री अपने घर और अधिकारी मंत्रालय में अपने कक्ष से इस पहली वर्चुअल कैबिनेट में शामिल होंगे। बैठक में चम्बल “चम्बल प्रोग्रेस वे” (Chambal Progress Way) पर प्रजेंटेशन होगा, इसमें मंत्रियों को चम्बल प्रोग्रेस वे के बारे मे विस्तार से जानकारी दी जाएगी। राष्ट्रीय सूचना केंद्र की टीम ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल की वर्चुअल बैठक का देश में यह पहला मौका है।
वर्चुअल कैबिनेट की बैठक आज पहली बार 28 जुलाई को सुबह 11:00 बजे होंगे इसका सुबह 9:30 बजे ट्रायल रन किया जाएगा। सभी मंत्रियों आज होने वाली वर्चुअल बैठक को लेकर कल जानकारी दे दी गई थी। आज बैठक में करीबन डेढ़ दर्जन प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। वहीं कैबिनेट में 12वीं के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान की योजना के प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी। इस योजना में मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए 25 हज़ार की राशि एवं प्रशास्त्री पत्र प्रदान किए जाएंगे। सीएम चौहान (CM Shivraj Singh Chouhaan) रविवार को यह योजना पूरा शुरू करने की घोषणा की थी।माना जा रहा है कि मेधावी विद्यार्थी योजना में लैपटॉप देना, अधिकारियों-कर्मचारियों को वार्षिक वेतनवृद्घि देने के अलावा एक दर्जन से ज्यादा मुद्दों पर बैठक में विचार किया जा सकता है।
गौरतलब है कि चंबल के लिए मध्यप्रदेश सरकार 421 करोड रुपए की सौ फ़ीसदी राजस्व भूमि निशुल्क दे रही है। केंद्रीय सरकार की भारतमाला योजना के तहत 50 फसादी भूमि निशुल्क देने का प्रावधान है। लेकिन राज्य के विकास को देखते हुए प्रदेश सरकार पूरी भूमि निशुल्क दे रही है। पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर 781 करोड़ रुपए खर्च करने का ऐलान किया था प्रोग्रेस वे 309 किलोमीटर लंबा होगा।
इसके चलते बनी वर्चुअल कैबिनेट की स्थिति
कोरोना पॉजिटिव मुख्यमंत्री शिवराज और सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया दोनों अस्पताल में भर्ती है हैं।वही ओमप्रकाश सकलेचा, कमल पटेल, महेन्द्र सिंह सिसौदिया सहित कुछ अन्य मंत्री होम क्वारंटाइन हैं। इधर मुख्यमंत्री के संपर्क में आए अधिकारी भी होम क्वारंटाइन हैं। वहीं, भोपाल में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए चार अगस्त तक पूरी तरह लॉकडाउन किया गया है। मंत्रालय सहित राज्य स्तरीय कार्यालयों में तीस फीसद स्टाफ के साथ कार्य संचालित किए जा रहे हैं, ऐसे में वर्चुअल मीटिंग की पहल की जा रही है।