भोपाल| मध्य प्रदेश में दो दिन तापमान में बढ़ौतरी के बाद मौसम में अचानक बदलाव आया है| नीमच जिले के आधा दर्जन गांवों में बारिश के साथ ओले गिरे हैं। कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में जमकर बर्फबारी हुई। बर्फबारी के कारण जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग बंद हो गया, वहीं हिमाचल प्रदेश के कई स्थानों का तापमान शून्य से भी नीचे पहुंच गया। जिसका असर मध्य प्रदेश में देखने को मिल रहा है| ठण्ड का एक दौर फिर शुरू होगा| वहीं बेमौसम हुई इस बरसात ने किसानों की चिंता जरूर बढ़ा दी है, क्योंकि खेतों में इस वक्त फसल खड़ी है और ओलों से नुकसान की आशंका है।
नीमच जिले के मनासा में सोमवार सुबह अचानक मौसम में बदलाव देखने को मिला। यहा�� सुबह से ही मौसम बदला नजर आया और कुछ देर में बारिश के साथ ओले गिरने शुरू हो गए। करीब आधा दर्जन गांव में चने के आकार के ओले गिरे। मौसम में अचानक आए बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ के चलते हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बनने के कारण पूरे प्रदेश में तापमान में बढ़ोतरी हुई है। पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने से हल्की बारिश की संभावना है, जिसका असर सोमवार सुबह नीमच के मनासा में दिखाई दिया। लोगों ने बताया कि रविवार को मौसम पूरी तरह से साफ था और ठंड भी कम थी। सोमवार सुबह सोकर उठे तो बारिश हो रही थाी। कुछ ही देर में चने के आकार के ओले गिरने शुरू हो गए।
मौसम विभाग की माने तो कश्मीर पहुंचने वाला सिस्टम सीजन का सबसे स्ट्रांग सिस्टम होने का अनुमान है। इस दौरान कश्मीर में इस सीजन की सबसे ज्यादा बर्फबारी और बारिश हो सकती है। इसका असर मध्यप्रदेश पर भी पड़ेगा।
चार साल पहले हुई थी भारी ओलावृष्टि, कश्मीर जैसा था नजारा
चार साल पहले मार्च के माह में नीमच में जोरदार ओलावृष्टि हुई थी, तब नजारा कश्मीर जैसा था| लोगों का कहना था ऐसी ओलावृष्टि पहली बार देखी। तब ओला व पानी गिरने से फसलों को भरी नुकसान हुआ था | शहर के कुछ हिस्सों में बारिश के साथ ओले गिरे। तो कहीं-कहीं तो सड़क-आंगन में ओलों की चादर बिछ गई थी और रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म भी सफ़ेद हो गया था|