भोपाल
कांग्रेस में इन दिनों मची उथल-पुथल के बीच कमलनाथ सरकार के लोक निर्माण मंत्री सज्जनसिंह वर्मा का बड़ा बयान सामने आया है। सज्जन का कहना है कि मंत्रियों-विधायकों की तरह अधिकारियों की भी सरकार में किचन कैबिनेट है और यही निर्णय भी लेती है।सज्जन यही नही रुके आगे कहा कि यही कारण है कि कार्यकर्ताओं की सुनवाई नही हो रही है, अभी कार्यकर्ताओं की सरकार नही आई है। इस दौरान उन्होंने हाल ही में हुई दिग्विजय और कैलाश विजयवर्गीय की मुलाकात पर भी तंस कसा।
दरअसल, रविवार को सज्जन इंदौर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा स्थानीय रेस्त्रां में आयोजित एक सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे। ‘दिल की बात” थीम पर रखे गए इस सम्मेलन में कार्यकर्ताओं से बात करते हुए मंत्री वर्मा ने उक्त बातें कहीं। सज्जन ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की किचन कैबिनेट में अधिकारी हैं और उन्हीं की सिफारिश पर इंदौर जैसी ‘चाशनी” वाली जगह पर अधिकारियों को भेजा जा रहा है।जहां तक अफसरों की इंदौर पोस्टिंग की बात है असल में वह बड़े अफसरों की ही अनुशंसा से हुई है। इसमें मंत्रियों का रोल नहीं है। प्रदेश में जनता की सरकार तो आ गई है, लेकिन अभी कार्यकर्ताओं की सरकार नहीं आई।
वर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भी आड़ेहाथों लेते हुए कहा कि भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के साथ कान में फुसफुसाते फोटो जारी कर वे कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित कर रहे हैं। वे यह भी कहने से नहीं चूके कि हम दिग्विजय सिंह के जमाने में फेल ही इसलिए हुए क्योंकि मुख्यमंत्री रहते उनके आंख, नाक, कान कलेक्टर-एसपी हुआ करते थे। कार्यकर्ता बहुत पीछे चला गया था।इस मौके पर कार्यकर्ताओं का भी दर्द छलका। कार्यकर्ताओं ने कहा कि किसी को फिक्र नहीं है कि कबीले का क्या होगा सब ये सोचते हैं कि सरदार कौन होगा।