Purchase of wheat at MSP: मध्य प्रदेश में इन दिनों कृषि विभाग में कई तरह की गतिविधियाँ चल रही हैं, गेहूं की खरीदी शुरू हो चुकी है, वहीं मसूर एवं सरसों के उपार्जन के लिए पंजीयन चल रहा है, विभाग ने किसानों की परेशानियों को समझते हुए पंजीयन की अंतिम तारीख को बढाकर 21 मार्च कर दिया है
फसलों के लिए बनाये गए खरीदी केंद्रों पर सरकार ने बुनियादी सुविधाएँ जुटाने के निर्देश दिए हैं जिसके पालन में किसानों की सुविधा के लिए टेंट, बैठने की व्यवस्था, पानी, पंखे, तौल मशीन और कंप्यूटर जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। गेहूं की साफ-सफाई के लिये क्लीनिंग मशीन भी लगाई जा रही है।

आपको बता दें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेंहू की खरीदी 15 मार्च से शुरू हो चुकी है, गेहूं की खरीदी 5 मई तक की जायेगी। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर सरकार गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये के अलावा किसानों को 175 रुपये प्रति क्विटल बोनस भी दे रही है।
31 मार्च 2025 तक करवा सकते हैं पंजीयन
इसलिए इस बार 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा जा रहा है। किसानों को गेहूं बेचने के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग करनी होगी। उन्होंने कहा जिन किसानों ने गेहूं उपार्जन के लिए अभी तक पंजीयन नहीं कराया है, वे 31 मार्च 2025 तक करवा सकते हैं।
चना, मसूर एवं सरसों की फसल के उपार्जन के लिए पंजीयन अब 21 मार्च तक
रबी वर्ष 2024-25 (विपणन वर्ष 2025-26) में किसानों से समर्थन मूल्य पर चना, मसूर एवं सरसों की फसल के उपार्जन के लिए प्रदेश भर में किसानों की उपज खरीदी हेतु पंजीयन की तारीख में वृद्धि की गई है , प्रदेश के किसान अब 21 मार्च तक पंजीयन करा सकते हैं। पहले पंजीयन कराने के लिये 17 मार्च की तारीख निर्धारित थी।
यहाँ करा सकते है पंजीयन
कृषि विभाग ने कहा है कि किसान जिले में निर्धारित पंजीयन केन्द्रों एवं मोबाइल एप के माध्यम से भी अपनी फसल का नि:शुल्क पंजीयन करा सकते हैं। इसके साथ ही अन्य माध्यम जैसे एमपी ऑनलाइन, सीएससी केन्द्र आदि से सशुल्क भी पंजीयन कराया जा सकता है।
इतनी है चना, मसूर एवं सरसों की फसल की MSP
बता दें इस वर्ष चने का समर्थन मूल्य 5650 रुपये प्रति क्विंटल, मसूर का 6700 रुपये प्रति क्विंटल एवं सरसों का समर्थन मूल्य 5950 रुपये निर्धारित किया गया है। किसान भाई निर्धारित उपार्जन केन्द्र पर पहुँचकर अपनी उपज विक्रय कर सकेंगे।