भोपाल।
शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार (Shivraj cabinet expansion) के बाद एक तरफ जहां भाजपा विधायकों (BJP MLA) में मंत्री ना बनने की नाराजगी और असंतोष है और वे जगह पाने के लिए उठापटक कर रहे है, वही दूसरी तरफ सिंधिया समर्थकों(Scindia Suppoters) के बिना विधानसभा सदस्य (vidhansabha member) बने ही कैबिनेट मंत्री (cabinet minister) बनने पर सवाल खड़े हो रहे है। अबतक विपक्ष द्वारा घेराबंदी किए जाने के बाद अब मध्यप्रदेश के नीमच जिले के एक समाजसेवी ने सवाल खड़े किए है और मुख्यमंत्री शिवराज को पत्र लिखकर उन्हें मंत्री बनाने की मांग कर डाली है। देशभर में शायद यह पहला मामला है जब एक आम आदमी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर खुद को मंत्री बनाए जाने की मांग की है अन्यथा 14 मंत्रियों को हटाने की बात कही है, ऐसे ना करने पर प्रदेश में अप्रिय घटना की चेतावनी दी है।
दरअसल, एमपी में जारी सियासी घमासन के बीच सोशल मीडिया पर एक पत्र तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से एक समाजसेवी ने मंत्री बनाए जाने की मांग की गई है।यह पत्र नीमच शहर के एक नागरिक बालचंद वर्मा द्वारा लिखा गया है और जिलाधीश नीमच के माध्यम से सीएम तक भेजा गया है। वर्मा ने पत्र के माध्यम से सीएम से मांग की है कि मुझे भी प्रदेश सरकार में मंत्री पद की शपथ दिलाई जाए। 2 जुलाई को जिन 14 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई हुए वे वर्तमान विधानसभा के निर्वाचित सदस्य नहीं है केवल एक आम नागरिक है।
वर्मा ने आगे पत्र में लिखा है कि मैं प्रदेश का एक आम नागरिक और सामाजिक कार्यकर्ता भी हूं,तथा सेवानिवृत्त इलेक्ट्रिकल इंजीनियर (Retired electrical engineer) हूं। मुझे भी आपके मंत्रिमंडल में पत्र प्राप्ति के भीतर 3 दिन के भीतर शपथ दिलाकर मंत्री पद निभाने कि जिम्मेदारी सौंपी जाए मैं अपने मंत्री पद का वेतन प्राप्त नहीं करूंगा। अन्यथा इन मंत्रियों को हटाया जाए। वही वर्मा ने चेतावनी दी है कि अगर इन मंत्रियों को नही हटाया गया तो किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना हो सकती है, जिसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री शिवराज होंगे।
बता दे कि शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार हो चुका है और अब विभागों का बंटवारा होना है। कुल शिवराज कैबिनेट में 34 मंत्रियों को शामिल किया गया है ,जिसमें ग्वालियर चंबल की 16 सीटों पर उपचुनाव को देखते हुए यहां 8 सिंधिया समर्थकों को मंत्री बनाया गया है। मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के 16 मंत्रियों में 7 पुराने और 9 नए चेहरे शामिल किए गए हैं। कांग्रेस के बागी खेमे से कुल 14 मंत्री हो गए हैं। इसी साल मार्च में कुल 22 विधायकों ने इस्तीफा दिया था।इस विस्तार में शिवराज को दरकिनार करते हुए साफ तौर पर सिंधिया का दबदबा दिखाई दिया और अब विभागों में भी सिंधिया खेमे को बडे विभागों के मिलने की संभावना है। इसी सियासी घमासान के बीच इस वायरल लेटर ने हलचल मचा कर रख दी है।
(भोपाल से पूजा खोदाणी की रिपोर्ट)