भोपाल
कोरोना का कहर हर तरफ है, ऐसे में अगर कोई किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हो जाए तो क्या स्थिति होगी। एक तो पहले ही अस्पतालों में कोरोना के कारण स्थितियां बदली हुई है, उसपर कई बार अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही अन्य मरीजों की जान से खिलवाड़ भी कर सकती है।
आज हम आपको एक ऐसी ही महिला से मिलाना चाहते हैं जो अपने भाई की जिंदगी के लिये गुहार लगा रही है। ये हैं भोपाल के ऐशबाग में रहने वाली सुनीता ठाकुर, इन्होने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कहा है कि इनके छोटे भाई को हार्ट अटेक आने के बाद भोपाल के ही एलबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण आज उनका भाई जिंदगी की लड़ाई लड़ रहा है। 34 साल के सत्येंद्र सिंह तोमर को हार्ट अटैक आने के बाद इस अस्पताल में लाया गया था लेकिन उनकी बहन का कहना है कि डॉक्टरों ने ठीक से न तो इलाज किया न ही खयाल रखा। अब करीब बीस दिन बाद इस परेशान बहन ने अपने भाई को एलबीएस अस्पताल से डिस्चार्ज कराकर सिद्धांता रेड क्रास अस्पताल में भर्ती कराया है। लेकिन उनका कहना है कि एलबीएस अस्पताल केस को पूरी तरह बिगाड़ चुका है।
सुनीता ठाकुर का कहना है कि भाई की हालत गंभीर है और इसके लिये पूरी तरह जिम्मेदार एलबीएस अस्पताल के डाक्टर्स और प्रबंधन है। इन्होने शासन से अपील की है कि डाक्टरों की इस लापरवाही पर कार्रवाई की जाए और उनके भाई को सही इलाज मुहैया कराया जाए। बीमार भाई के परिवार में दो छोटे बच्चे और पत्नी है और सभी उसके ठीक होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।