भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव (Bye election) संपन्न होने के बाद अब सभी को 10 नवंबर को परिणाम का इंतजार है। परिणामों से पहले भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों ही दल सभी 28 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। वहीं इस बीच शुक्रवार को बसपा (BSP) और निर्दलीय विधायक (Independent MLA) ने भोपाल में कैबिनेट मंत्री और चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक भूपेंद्र सिंह (Bhupendra singh) से मुलाकात की। निर्दलीय विधायकों की कैबिनेट मंत्री के साथ मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में हडक़ंप मच गया है। इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
निर्दलीय विधायकों ने शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री भूपेन्द्र सिंह के साथ मुलाकात की। बंद कमरे में चली करीब आधे घंटे की मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या निर्दलीय विधायक भी भजपा से मिलने जा रहे हैं। हालांकि मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने मुलाकात को सामान्य भेंट बताया है। मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री सिंह ने कहा कि निर्दलीय विधायक को मैंने नही बुलाया था, वे स्वयं आए थे। वे भोपाल आए थे तो सामान्य शिष्टाचार भेंट की है, अलग से नहीं बुलाया गया। वो मेरे पास हमेशा आते रहते है, वैसे ही आज आए थे। इस दौरान उपचुनाव परिणाम को लेकर मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने दावा करते हुए कहा कि हमारे प्रबंध समिति के पास यही फिडबैक है कि हम सभी 28 सीटें जीत रहे हैं। कुछ सीटों पर कढ़ा संघर्ष है लेकिन हम यही मान कर चल रहे है कि हमें सभी सीटों पर विजय मिलेगी। यदि किसी सीट पर निर्दलीय विधायक की जीत हुई तो क्या वो भाजपा के साथ होंगा यह सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जैसी परिस्थिति होगी वैसे निर्णय करेंगे।
वहीं मंत्री भूपेन्द्र सिंह के साथ मुलाकात करने पहुंचे बसपा विधायक संजीव कुशवाहा (BSP MLA Sanjeev Kushwaha) ने दावा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ जाएगी। बता दें कि उपचुनाव के परिणाम घोषित होने के पहले ही भाजपा खेमे में हलचल बढ़ गई है। भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक भूपेंद्र सिंह से बसपा विधायक संजीव कुशवाहा के अलावा निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा (Independent MLA Surendra Singh Shera) और भाजपा के नाराज विधायक नारायण त्रिपाठी (Narayan Tripathi) भी मिलने पहुंचे। भूपेंद्र सिंह ने सभी से बंद कमरे में वन टू वन मुलाकात की। वही दूसरी ओर कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा परिणाम से पहले अपनी हार भांपते हुए एक बार फिर सौदेबाजी की राजनीति पर उतर आई है। पूर्व सीएम कमलनाथ (kamalnath) ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि उनके नेता निर्दलीय और कांग्रेस विधायकों को फोन लगाकर प्रलोभन दे रहे हैं।