Navratri 2023 : नवरात्रि का त्यौहार चल रहा है और आज चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन है। ऐसे में माता मंदिरों में भक्तों का तांता देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध माता मंदिरों की मान्यता भी काफी ज्यादा है, जहां दूर-दूर से भक्त दर्शन के लिए आते हैं। आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे तांत्रिकों का विश्वविद्यालय कहा जाता है। यह मंदिर चौसठ योगिनी माता मंदिर है। यहां पर पिंडी रूप में 64 देवियां विराजत है।
Navratri 2023 : चौसठ योगिनी का अनूठा मंदिर
आपको बता दें, उज्जैन शहर के नयापुरा क्षेत्र में देवी के रूप में चौसठ योगिनी का अनूठा मंदिर है। जहां विश्व भर से भक्त दर्शन के लिए आते हैं। इतना ही नहीं यहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती है। तंत्र साधना और पूजा के लिए इस मंदिर को सबसे प्रमुख माना गया है। यहां पर तांत्रिक अनुष्ठान कर के सिद्धियां हासिल करने के लिए कई तांत्रिक को का जमावड़ा देखने को मिलता है।
यहां विराजे 64 देवियों को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। यह मंदिर राजा विक्रमादित्य के समय का है। इस मंदिर को काफी प्रसिद्ध और प्राचीन माना जाता है। अगर कोई अपने जीवन में परेशानियों को झेल रहा है या फिर किसी की कुछ अच्छा है जो पूरी नहीं हो रही है वह इस मंदिर में आकर मन्नत मांगते हैं। जिससे उनकी हर इच्छा पूरी होती है और मां का आशीर्वाद भी हमेशा बना रहता है।
वैसे तो चौसठ योगिनी माता के कई जगहों पर मंदिर है। लेकिन इनमें से सबसे ज्यादा प्रसिद्ध और मान्यता वाले तीन मंदिर है, जो मध्यप्रदेश में मौजूद है। एक जबलपुर के भेड़ाघाट पर नर्मदा किनारे पहाड़ियों पर बसा हुआ है। वहीं दूसरा चंबल संभाग में मौजूद है। तीसरा उज्जैन में है जो बेहद प्रसिद्ध है। यह तीनों ही मंदिर प्राचीन काल के है।
उज्जैन के 64 योगिनी मंदिर के पुजारी द्वारा बताया गया है कि माता को तांत्रिक देवी कहा जाता है। यहां तंत्र साधना के लिए हजारों लोग आते हैं। इसका विशेष महत्व भी है वैसे तो हर दिन मंदिर में भक्तों का तांता देखने को मिलता है। लेकिन दुर्गा सप्तशती पाठ और महा अष्टमी पर हवन के दौरान सबसे ज्यादा लोग यहां पर दर्शन के लिए आते हैं और यहां की सिद्धि लेकर जाते हैं।