भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री चेतन कश्यप ने कांग्रेस द्वारा भाजपा के सदस्यता अभियान पर लगाए गए आरोपों को पूरी तरह गलत करार दिया है। दरअसल उन्होंने कहा है कि भाजपा का सदस्यता अभियान पूर्णतः स्वेच्छिक है, इस अभियान में किसी भी व्यक्ति को जबरन सदस्य नहीं बनाया जा रहा है। वहीं मंत्री चेतन कश्यप ने कहा कि लोग स्वेच्छा से अपने मोबाइल नंबर के जरिए भाजपा से जुड़ रहे हैं, और यह प्रक्रिया पारदर्शी और स्वतंत्र रूप से चल रही है।
दरअसल सदस्यता प्रक्रिया को लेकर जानकारी देते हुए प्रभारी मंत्री चेतन कश्यप ने बताया कि भाजपा की सदस्यता प्रक्रिया पूरी तरह से ओटीपी पर आधारित है, जिसमें कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से अपना मोबाइल नंबर दर्ज कर सदस्य बन सकता है। जानकारी के अनुसार ओटीपी प्राप्त कर इसे दर्ज करने के बाद वह व्यक्ति भाजपा की सदस्यता प्राप्त कर लेता है। इस प्रक्रिया में कोई जबरदस्ती या दबाव नहीं होता। वहीं मंत्री कश्यप ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए इसे निराधार बताया और कहा कि भाजपा का सदस्यता अभियान पूरी तरह पारदर्शी और लोगों के हित में है।
सदस्यता प्रक्रिया पूरी तरह स्वैच्छिक: प्रभारी मंत्री चेतन कश्यप
वहीं प्रभारी मंत्री चेतन कश्यप ने कहा कि, “जो भी व्यक्ति अपनी इच्छा से भाजपा का सदस्य बनना चाहता है, उसका हम खुले दिल से स्वागत करते हैं। यह सदस्यता प्रक्रिया पूरी तरह स्वैच्छिक है, इसमें कोई दबाव या जोर-जबर्दस्ती नहीं है। व्यक्ति अपने मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त करता है और उसे दर्ज करने के बाद स्वतः भाजपा का सदस्य बन जाता है।”
कांग्रेस के आरोपों का दिया जवाब
दरअसल कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए प्रभारी मंत्री चेतन कश्यप ने कहा है कि भाजपा द्वारा सरकारी कर्मचारियों पर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाया जा रहा है। वहीं उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकारी कर्मचारी समझदार होते हैं और वे अपने निर्णय स्वयं लेते हैं। प्रभारी मंत्री ने कहा कि, सरकारी कर्मचारियों को यह अधिकार है कि वे अपनी पसंद से कोई भी फैसला ले सकते हैं। भाजपा किसी पर कोई जोर-जबर्दस्ती नहीं कर रही है।
विधायक आरिफ मसूद के पत्र पर प्रतिक्रिया
इसके साथ ही विधायक आरिफ मसूद के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रभारी मंत्री चेतन कश्यप ने कहा कि विपक्षी विधायक को समीक्षा बैठक में न बुलाए जाने का मुद्दा उठाया गया था। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के सीईओ करोड़ीमल मीणा से इसपर जवाब मांगा है, यदि संतोषजनक जवाब मिलता है तो ठीक है ,नहीं तो इसपर कार्रवाई की जाएगी।