छतरपुर, संजय अवस्थी। युवाओं के कई बार फिल्मी स्टाइल में अपराध करने या गिरोह बनाने के किस्से सामने आए हैं, छतरपुर में भी इसी तरह की एक सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ है जिसमें घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपी युवक 40से 45 वर्ष की उम्र के हैं, अपराध की दुनिया में अनोखे अंदाज से वारदात को अंजाम देने वाले इस गिरोह के काम करने का तरीका बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार की फिल्म स्पेशल 26 से पूरी तरह प्रेरित था, फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर इन छह अपराधियों ने नौगांव कस्बे में हैरतअंगेज तरीके से डकैती की घटना को अंजाम दिया और रफूचक्कर हो गए।
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मामला 6 अगस्त वर्ष 2021 का है जब सुबह करीब 8:00 बजे 5 से 6 लोग नौगांव के निखिल बंसल की जैकपिन बैबरिज डिस्लरी लिमिटेड में दो लग्जरी वाहनों से आ धमके और उसके बाद इन युवकों ने अपने आप को सीबीआई अधिकारी बताकर वर्ष 2020 में अलीगढ़ में जहरीली शराब कांड मैं इंक्वायरी करने का हवाला देकर डिसलरी संचालक से जांच करने की बात कही, इतना ही नहीं डिस्लरी में मौजूद सिक्योरिटी गार्डस को एक लाइन से खड़ा कर दिया और उन्हें वार्निंग भी दे दी ,फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर आए 6 व्यक्तियों में से 2 लोग पुलिस की वर्दी में थे और पिस्टल भी लगाए हुए थे, हड़बड़ाए हुए नौगांव के डिसलरी संचालक निखिल बंसल ने उनसे वजह जानना चाहिए तो सब इंस्पेक्टर बने शख्स ने कहा कि आप को सम्मन भेजा गया था और आपने कोई जवाब नहीं दिया और इसी वजह से आप की गिरफ्तारी करने आए हैं, जब डिसलरी संचालक ने फर्जी सीबीआई इंस्पेक्टर बने शख्स से सम्मन की कॉपी मागनी चाही तो वह फिर दबाव देकर कहने लगा कि तुम्हें लखनऊ ले चलते हैं, वही जाकर बातें होंगी डिसलरी संचालक ने कहा कि हमारी शराब न तो उत्तर प्रदेश जाती है और हमारी डिस्लरी भी रजिस्टर्ड है अलीगढ़ यहां से 500 किलोमीटर है ऐसे में हमारा अलीगढ़ की जहरीली शराब कांड से क्या लेना देना तभी सब इंस्पेक्टर की वर्दी पहने शख्स ने उसे कोने में बुलाकर मामला निपटाने के लिए कहा लेकिन जब डिसलरी संचालक निखिल बंसल दबाव में नहीं आया उसके बाद आरोपी गाली गलौच और मारपीट पर उतर आए और सब इंस्पेक्टर की वर्दी वाले शख्स ने और मुख्य अधिकारी एडिशनल एसपी सीबीआई बने फर्जी शख्स ने अपने पास रखी पिस्टल निकाली और डिसलरी के मैनेजर राजीव मित्तल के सीने में लगा दी इस दौरान आरोपी ऑफिस की तलाशी करने लगे और दराज में रखे हुए 2 लाख रुपये निकाल लिए, इतना ही नहीं जाते वक्त ऑफिस एवं गेट में लगे कैमरे की रिकॉर्डिंग वाला हाई विजन कंपनी डीवीआर भी ले गए मामले की रिपोर्ट फरियादी के द्वारा नौगांव थाने में दर्ज कराई गई , जिस पर नौगांव पुलिस द्वारा अपराध क्रमांक 372/ 21 धारा 395, 419, 420 ,170 आईपीसी का संदिग्ध व्यक्तियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया था,
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मामले की गंभीरता को देखते हुए छतरपुर पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा के द्वारा एक विशेष टीम का गठन किया गया और पुलिस ने सूचना पर संदेही आरोपियों को मऊ सहानिया के जंगल से पकड़कर जब उनसे पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया पुलिस ने धर्मेंद्र कुमार बाल्मीकि निवासी बुलंदशहर उत्तर प्रदेश ,देवेंद्र कुमार जुलाहा निवासी साउथ वेस्ट दिल्ली, अविनाश कुमार मौर्य निवासी साउथ वेस्ट दिल्ली, बुद्धराम गुर्जर निवासी जौनापुर नई दिल्ली, सिद्धपाल सिंह भदौरिया निवासी भोपाल, देवेंद्र सिंह पायक निवासी मउरानीपुर झांसी उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया और आरोपियों के पास से एक सफारी और एक ब्रेजा कार जो घटना में प्रयुक्त की गई थी, इसके अलावा तीन यूनिफार्म एक सब इंस्पेक्टर की और दो आरक्षकों की, दो पिस्टल 10 राउंड सहित ,सीबीआई से संबंधित फर्जी आईकार्ड एवं दस्तावेज और इसके अलावा लूटा गया सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर ,व नगद 2 लाख रुपये व अन्य सामान भी बरामद किया है और अब पुलिस टीम इन सभी आरोपियों से अन्य क्षेत्रों में इस तरह के किए गए अपराधों के संबंध में लगातार पूछताछ कर रही हैं,और इस अंतरराज्यीय गिरोह से और भी मामलों के खुलासे की संभावना जताई जा रही है।
यह आरोपी स्पेशल 26 फ़िल्म देखकर इतने कॉन्फिडेंस में थे की फ़िल्म की तरह ही इनके मुख्य सरगना सिद्धपाल सिंह भदौरिया ने खुद छतरपुर के एसपी सचिन शर्मा से अपराध के बाद बात की थी।