Case of Gang Rape Registered Against Constable and Family : छतरपुर में 26 अप्रैल की सुबह 11 बजे छतरपुर जिले के अलीपुरा क्षेत्र में यूपी के अशोकनगर लिंक रोड पर नग्र अवस्था में मरणासन्न लड़की बरामद हुई थी। महोबा पुलिस के द्वारा इस लड़की को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 24 घंटे तक लड़की के इलाज के बाद इसे होश आ गया है। लड़की ने होश में आने के बाद छतरपुर की महिला थाना पुलिस को अपने बयान देकर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। इसमें छतरपुर के राजनगर थाने में पदस्थ आरक्षक संजय तिवारी और उसके 8 अन्य परिजनों पर अपहरण करने, मारपीट करने और सामूहिक बलात्कार करने के आरोप लगाए हैं।
लड़की के आरोपों में हैवानियत की कहानी
पीड़ित लड़की उप्र के धवर्रा चौकी क्षेत्र में बरामद हुई थी इसलिए यूपी पुलिस के द्वारा अब तक इसका इलाज और इस मामले की जांच कराई जा रही थी लेकिन जैसे ही लड़की होश में आयी उसने बताया कि उस पर हुए जुल्म के घटनाक्रम छतरपुर जिले में घटित हुए हैं और उसे छतरपुर से ही अगवा किया गया था। लड़की मूलत: उप्र के हरदोई जिले में स्थित ग्राम सिब्बापुरवा की है और उसकी उम्र 22 साल है। लड़की ने बताया कि राजनगर थाने में पदस्थ संजय तिवारी ने उसके साथ पूर्व में बलात्कार किया था जिसकी एफआईआर वह पूर्व में महिला थाने में दर्ज करा चुकी थी।
पुलिस के बुलाने पर आई थी युवती
इस मुकदमे में पुलिस के बुलाने पर वह नक्शा बनवाने हेतु 17 मार्च 23 को छतरपुर आयी थी तभी रात के समय जैसे ही रेलवे स्टेशन से आगे बढ़ी तभी संजय तिवारी, अजय तिवारी, संजय के मौसा महेश, संजय के भाई महेन्द्र एवं दो अन्य लोगों ने उसका अपहरण कर लिया और वे एक चार पहिया वाहन में उठाकर उसे ले गए। इसके बाद संजय तिवारी, मनीष तिवारी व महेन्द्र ने उसके साथ कई बार रेप किया। संजय के पिता ब्रजकिशोर तिवारी, चाचा शिवदयाल और बड़ी बहिन संगीता सहित कुल 9 लोगों ने लड़की के साथ मारपीट कर उसे पुराने केस को वापस लेने के लिए धमकाया और 26 अप्रैल की सुबह करीब 4 बजे अलीपुरा के घटना स्थल पर नग्र अवस्था में फेंककर चले गए। पुलिस ने लड़की की शिकायत पर 7 नामजद आरोपियों जिनमें एक महिला भी शामिल है एवं दो अज्ञात लोगों सहित कुल 9 आरोपियों पर धारा 344, 376(2)(डी), 376डी, 366 आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।