छतरपुर, संजय अवस्थी। बिजावर अनुविभाग क्षेत्र के ग्राम गुलाट एवं रंगोली के ग्रामीणों ने जागरुकता दिखाते हुए अपने गांव की सभी सीमाओं को सील कर दिया है। ग्रामीणों ने गांव की सीमा पर बैरीकेटिंग कर मेरा गांव-मेरी जिम्मेदारी की तख्तियां लगाई हैं। वहीं गांव के सरपंच के साथ ग्रामीणों ने एक समिति का गठन भी किया है। ग्रामीणों का कहना है कि वे स्वयं ही कर्फ्यू का पालन करते हुए अपने गांव तथा अपने परिवारों को सुरक्षित करेंगे।
सिंगरौली में भी बढ़ा कोरोना कर्फ्यू, 23 अप्रैल से 1 मई तक बंद
सेवड़ी में ग्रामीणों ने सड़क पर लिखे नारे
वहीं दूसरी ओर जिले के राजनगर क्षेत्रांतर्गत ग्राम सेंवड़ी के ग्रामीणों ने भी गांव की सीमाओं पर बैरीकेटिंग कर सड़कों पर जागरुकता वाले नारे लिखे हैं। सरपंच पंकज नायक के साथ यहां भी ग्रामीणों ने समिति बनाई जिसने शपथ ली है कि वे स्वयं भी कोरोना कर्फ्यू का पालन करेंगे तथा ग्रामीणों को इसके लिए जागरुक करेंगे।
गाँव अपना रहे सेल्फ आइसोलेशन
एसपी सचिन शर्मा ने छतरपुर जिले के समस्त थाना प्रभारियों द्वारा अपने थाना क्षेत्र के समस्त गाँवों में जाकर जनता को कोरोना महामारी के खतरों से अवगत कराया गया एवं इससे बचाव के तरीकों पर जानकारी दी गयी। गांधीजी के ग्राम स्वराज के संकल्पना से प्रेरित नवाचार करते हुए ग्रामवसियों को स्वयं के गाँव की रक्षा की जिम्मेदारी दी गयी और सम्पूर्ण गाँव को ही एक परिवार की तरह आइसोलेशन के लिए प्रेरित किया गया और गाँव की सीमाओं को सील करने का आग्रह किया गया।
गाँव की बाहरी जरूरतों की पूर्ति हेतु एक कमेटी गठित की गई जिसके सदस्य गाँव की सामग्री का आदान प्रदान करेंगे एवं अन्य ग्रामवासी गाँव की सीमा में ही रहेंगे ताकि कोरोना वायरस गाँव मे प्रवेश न कर सकें। ग्रामवासियो द्वारा स्वयं ही अपनी सीमाओं पर नाकाबन्दी भी की गई और उसकी सुरक्षा का जिम्मा भी स्वयं लिया गया, यह सच्चे अर्थों में आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण है।