इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। दिवाली के बाद कार्तिक मास की षष्ठी तिथि 28 अक्टूबर के दिन से छठ पर्व (Chhath Puja) की शुरुआत हो रही है। सूर्य आराधना का चार दिनी पर्व छठ नहाय-खाय के साथ शुरू होगा। ऐसे में इंदौर में करीब 80 से ज्यादा जगहों पर छठ महापर्व का उल्लास मनाया जाएगा। 80 से ज्यादा घाटों पर विभिन्ना पूर्वोत्तर भारतीय संगठनों द्वारा सामूहिक पूजन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें लाखों लोग शामिल होंगे। खास आयोजन इसका 30 अक्टूबर के दिन होगा। ऐसे में लोग सूर्य अस्त होते सूर्यदेव को व्रतधारी अर्घ्य देंगे। उसके बाद 31 को छठ महापर्व का समापन होगा। ये समापन भी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद होगा।
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इसको लेकर पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह द्वारा जानकारी देते हुए कहा गया है कि सूर्य आराधना का सबसे बड़ा महापर्व छठ 28 से शुरू हो रहा है। ऐसे में इसकी शुरुआत नहाय खाय के साथ होगी। इस पर्व से पहले लोगों द्वारा उनके घर को अच्छे से साफ़ कर शुद्ध किया जाता है। उसके बाद छठव्रती स्नान कर सात्विक भोजन ग्रहण करके व्रत शुरू किया जाता है। इसके बाद दूसरे दिन 29 अक्टूबर को खरना का आयोजन होगा। ऐसे में सुबह व्रती स्नान ध्यान करने के बाद व्रत रखा जाता है।
खास बात ये है कि मिटटी के बने नए चूल्हे आम की लकड़ी से पूजा के लिए गुड़ से बनी खीर और गेहूं की रोटी का प्रसाद का भोग लगा कर छठ व्रतियों का 36 घंटे का व्रत निर्जला शुरू होता है। इतना ही नहीं सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के लिए भी प्रसाद बनाया जाता है। इसके बाद तीसरे दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को व्रती महिलाएं एवं पुरुष अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य देंगे। वहीं आखिरी दिन श्रद्धालुओं द्वारा उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा उसके बाद समापन होगा।
इंदौर में इन जगहों पर होगा छठ पूजा का आयोजन –
इंदौर में स्कीम न 54, 78, बाणगंगा, सुखलिया, श्याम नगर, तुलसी नगर, पिपलियाहना तालाब, कैट रोड, कालानी नगर , एरोड्रोम रोड, सिलिकान सिटी, देवास नाका, निपानिया, राउ, पीथमपुर के साथ 80 स्थानों पर छठ पूजा का आयोजन होगा। उसके अलावा विशेष आयोजन बिहार, झारखण्ड एवं उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए होगा।