छिंदवाड़ा| कोरोना (Corona) संकट काल में शासन के आदेश की अवहेलना करना और मोबाइल बंद कर मुख्यालय से गायब रहना जनपद पंचायत तामिया के पंचायत समन्वयक अधिकारी को महंगा पड़ गया| जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) गजेंद्र सिंह नागेश ने समन्वयक अधिकारी कमल अहके को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है|
निलंबन अवधि में अहके का मुख्यालय जनपद पंचायत कार्यालय हर्रई रहेगा और उन्हे नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता रहेगी । साथ ही उनके विरूध्द विभागीय जांच संस्थित की जाकर जनपद पंचायत तामिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को विभागीय जांच अधिकारी और तामिया के खंड पंचायत अधिकारी को प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नियुक्त करते हुये 60 दिवस में विभागीय जांच की कार्यवाही पूर्ण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये है ।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नागेश ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण एवं बचाव संबंधी कार्यो में शासन/वरिष्ठ कार्यालय से प्राप्त आदेशों की अवहेलना करने, अपने कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने, बिना सूचना और आवेदन पत्र के कर्तव्य से अनुपस्थित रहने, मोबाईल बंद रखने, मुख्यालय में निवास नहीं करने आदि की शिकायत मिलने पर पंचायत समन्वयक अधिकारी कमल अहके को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है ।