7 दिसंबर को कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे..ये दावा किया है उनके बेटे और सांसद नकुलनाथ ने। छिंदवाड़ा में आउटसोर्स कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होने ये बात कही और सभी कर्मचारियों को कमलनाथ के शपथ समारोह में आने का न्योता भी दिया। इसी के साथ उन्होने कांग्रेस के वचन पत्र में उन्हें स्थायी शासकीय नौकरी देने का वादा भी दोहराया।
नकुलनाथ का बड़ा दावा
छिंदवाड़ा के राजीव भवन में आउटसोर्स कर्मचारी नकुलनाथ से मिलने पहुंचे थे। इस मौके पर उन्होने कहा कि ‘कांग्रेस के वचन पत्र में कमलनाथ जी ने आपकी मांग पूरी कर दी है। अब कोई आउटसोर्स नहीं होगा, सबको स्थायी शासकीय नौकरी मिलेगी।’ इसी के साथ उन्होने कहा कि आपको पिछले 18-19 साल से अन्याय का सामना करना पड़ा लेकिन 3 दिसंबर के बाद आपको न्याय मिलेगा। नकुलनाथ ने कहा कि अब सिर्फ सत्रह अठारह दिन बाकी हैं और सत्रह अठारह साल आपने अन्याय झेला है लेकिन आने वाले ये कुछ दिन आप पूरी ताकत से, पूरी मेहनत से कांग्रेस का सहयोग कीजिएगा। इसी के साथ उन्होने कहा कि आप सब 7 दिसंबर को कमलनाथ जी के शपथ ग्रहण समारोह में भोपाल जरुर आइयेगा।
कर्मचारियों से न्याय करने का वादा
इस तरह नकुलनाथ ने एक बार फिर कांग्रेस के जीतने का दावा किया और कहा कि कमलनाथ प्रदेश के भावी मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होने शपथ ग्रहण की तारीख भी बता दी और कहा कि उनकी सरकार बनते ही सभी कर्मचारियों के साथ न्याय किया जाएगा। बता दें कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में कहा है कि ‘आउटसोर्स, संविदा, अंशकालीन, दैनिक वेतनभोगी एव मानदेय पर कार्यरत कर्मियों के साथ न्याय करेंगे। पहली कैबिनेट में इनके लिए प्रस्ताव लाएंगे।’ इस तरह उन्होने इन्हें स्थायी नौकरी देने का वादा किया है। हालांकि फिलहाल बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपनी अपनी जीत का दावा कर रही हैं और अपार जनसमर्थन मिलने की बात भी कह रही है। लेकिन जनता के मन में क्या है, इसका खुलासा तो 3 दिसंबर को ही होगा। तब तक दावों और वादों की राजनीति भी जारी है और आरोप प्रत्यारोपों का सिलसिला भी। फिलहाल नकुलनाथ ने शपथ ग्रहण की संभावित तारीख का ऐलान कर दिया है और स्थायी नौकरी के वादे पर कर्मचारियों ने तालियां बजाकर उनकी हौसलाअफज़ाई भी की है।