छिंदवाड़ा, डेस्क रिपोर्ट। छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव में एसडीएम के रीडर नारायणप्रसाद मरकाम को लोकायुक्त ने रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा, जबलपुर लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही रिश्वत के 15 हजार रुपए फेंककर रीडर ने विवाद करना शुरु कर दिया। रीडर के रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने पर आफिस में हड़कम्प मच गया, देखते ही देख कार्यालय के अन्य कर्मचारियों की भीड़ जमा हो गई।
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जबलपुर की लोकायुक्त टीम के अनुसार ग्राम बिजौरी तहसील तामिया जिला छिंदवाड़ा निवासी राजा पिता आभाराम गढ़ेवाल उम्र 28 वर्ष ने संशोधन पंजीयन में गलत नाम दर्ज होने पर अपील लगाई, इसे सुधरवानें एसडीएम के यहां पर अपील लगाई, जिसके निराकरण के लिए रीडर नारायणप्रसाद मरकाम ने 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी, राजा गढ़ेवाल द्वारा रिश्वत देने से मना किया तो उसके काम को भी रीडर नारायणप्रसाद ने रोक दिया। दोबारा संपर्क करने पर 15 हजार रुपए देने पर नारायणप्रसाद काम करने के लिए तैयार हो गया, इधर आवेदक राजा ने लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से इस पूरे मामलें की शिकायत की।
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जिसके बाद रणनीति के तहत शिकायतकर्ता राजा एसडीएम आफिस पहुंचा और जैसे ही उसनें नारायणप्रसाद को रिश्वत के 15 हजार रुपए दिए तभी लोकायुक्त टीम के इंस्पेक्टर कमलसिंह उईके, आरक्षक अतुल श्रीवास्तव, सोनू चौकसे, विजय विष्ट व राकेश विश्वकर्मा ने दबिश देकर नारायणप्रसाद को रंगे हाथ पकड़ लिया, लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही नारायणप्रसाद रिश्वत के रुपए फेंककर अधिकारियों से विवाद करने लगा, जिसे समझाइश देकर शांत कराया गया। रीडर नारायणप्रसाद के रिश्वत लिए जाने की खबर से आफिस में हड़कम्प मच गया। और मौके पर भीड़ जमा हो गई।