छिंदवाड़ा, विनय जोशी। परासिया विधानसभा में प्रतिवर्ष भाद्र माह की दूज को लगने वाला पारंपरिक ऐतेहासिक भुजलिया मेला इस बार आयोजित नही होगा। इकलेहरा भाजीपानी के मध्य स्टेट हाइवे पर स्थित इस पारंपरिक मेले में जिले सहित अन्य प्रदेशों के पहलवान आकर अपना दमखम और दांवपेच दिखाते रहे है । शासन के निर्देश और शांति समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के उपरांत मेला स्थगित किया गया। इकलेहरा और भाजीपानी दोनो पंचायतो कि महिलाएं भुजलिया लेकर घाट मे विसर्जन करने पहुँचेगी । लेकिन प्रसिद्ध आल्हा ऊदल की झांकियो का प्रदर्शन नही होगा न ही भुजलिया का खेल होगा जिसे देखने के लिए दूर दूर से शहरी और ग्रामीण आते थे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने विगत दो वर्षों से इस में रोक लगा दी है।
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छिंदवाड़ा जिले के इखलेहरा और भाजीपनी ग्रामपंचायत के मध्य लगने बाले मेले का इंतजार साल भर नागरिको को रहता है इस मेले में दोनों ओर से महिलाओ के द्वारा खेले जाने बाले खेल और उसमें होने बाली छीता कसी को सुनने के लिए जिले के अलावा दूसरे जिले से लोग आते रहे है लेकिन कोरोना के कारण इस बार भी लोगो का इंतजार , इंतजार ही रहेगा। कोल माईनस के निजीकारण के जमाने से लगने बाले इस मेले का इतिहास रहा है यहाँ जिले के साथ प्रदेश के बड़े बड़े पहलवान अपना जोहर दिखा चुके है।