रतलाम, सुशील खरे । किल कोरोना अभियान (Kill Corona Abhiyan) के तहत शासन द्वारा गांव गांव में सर्वे किया जा रहा है। सरकार की मंशा है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी टीकाकरण, सेम्पलिंग का काम तेजी से हो जिससे कोरोना को जड़ से ख़त्म किया जा सके। लेकिन इसकी आड़ में ईसाई मिशनरी (Christian Missionaries) भी सक्रिय हो गए है। आदिवासी अंचल बाजना में एक ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां किल कोरोना (Kill Corona Abhiyan) का सर्वे कर रही शासकीय डाक्टर सर्वे के साथ साथ ईसाई धर्म (Christian Missionaries) का प्रचार करती हुई पाई गई।
रतलाम (Ratlam) के ग्रामीण आदिवासी अंचल बाजना से मिली जानकारी के अनुसार बाजना में स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर घर जाकर किल कोरोना अभियान (Kill Corona Abhiyan) का सर्वे कर रही है। इसी सर्वे में नियुक्त डॉ संध्या तिवारी (Dr Sandhya Tiwari) भी शामिल हैं लोगों के मुताबिक वे पिछले कई दिनों से ईसाई मिशनरीज (Christian Missionaries) का एजेण्डा चला रही थी। वह अपने सर्वे के दौरान ईसाई धर्म (Christian Missionaries) के प्रचार के पर्चे बांटने के साथ साथ लोगों की यह कहती थी कि अगर आप कोरोना पाजिटिव हो तो ईसा मसीह की प्रार्थना करने से आप नेगेटिव हो जाएंगे।
हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होने मौके पर जाकर उक्त संविदा पर पदस्थ आयुर्वेदिक महिला डॉक्टर को पकड़ा । उसके पास बडी मात्रा में ईसाई धर्म (Christian Missionaries) के प्रचार के पर्चे मिले। पर्चों में डाइट चार्ट के साथ साथ उन प्रोग्राम की लिंक और टीवी चैनलों के नाम लिखे थे जहाँ ईसाई मिशनरी के कार्यक्रम चलते हैं। डाइट चार्ट वाले पर्चे में ही इसा मसीह की प्रार्थना भी लिखी मिली। वो जिस क्षेत्र में सर्वे कर रही थी वहां के लोगों ने भी बताया कि वह कह रही थी कि ईसा मसीह की प्रार्थना करने से कोरोना नेगेटिव हो जाएगा।
डाइट चार्ट के नाम पर ईसाई धर्म (Christian Missionaries) का प्रचार करने वाली और कोरोना भ्रान्ति फैलानी वाली डॉ संध्या तिवारी की हरकत से आक्रोशित हिन्दू संगठनों ने उसकी शिकायत तहसीलदार व पुलिस में की है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है। बाजना थाना प्रभारी दिलीप राजोरिया ने बताया कि मामले की शिकायत मिली है। इसकी जांच करवाई जा रही है। जांच में तथ्य आने पर प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
उधर बाजना तहसीलदार बीएस ठाकुर ने बताया कि उक्त महिला कर्मी द्वारा ईसाई धर्म का प्रचार किए जाने की शिकायत मिली है। शिकायत मिलने पर उक्त महिला कर्मी के कथन लिए गए है और उसके पास से प्रचार करने के पर्चे भी प्राप्त हुए है। प्रकरण में जांच प्रतिवेदन तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा जा रहा है। बताया जाता है कि शिकायत मिलने के बाद उक्त महिला चिकित्सक को वहां से हटा दिया गया है।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....