आपदा के समय लोगों की जान बचाने में सिविल डिफेंस वालेंटियर की महत्वपूर्ण भूमिका : डीआईजी राजेश शर्मा

दतिया, सत्येन्द्र रावत। दतिया होमगार्ड की आपदा प्रबंधन टीम द्वारा आग, बाढ़, भूकंप एवं आतंकी हमलों से बचाव हेतु जागरूकता एवं प्रशिक्षण के संबंध में सुबह 11  बजे उनाव शाला स्थित स्वामी महाराज कॉलेज दतिया में एक दिवसीय सिविल डिफेंस वालंटियर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें कार्यशाला की अध्यक्षता डीआईजी एसडीईआरएफ मध्य प्रदेश राजेश शर्मा द्वारा की गई। मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक दतिया अमन सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में डिवीजनल कमांडेंट ग्वालियर संभाग संगीता शाक्य उपस्थित थे।

कार्यक्रम का आयोजन जिला कमांडेंट होमगार्ड दतिया आरडी सिंह के नेतृत्व में आयोजित किया गया। कार्यशाला में 100  से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभागिता की। सेल्फ डिफेंस वालेंटियर कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीआईजी एसडीई आरएफ़ मध्यप्रदेश राजेश शर्मा ने कहा कि वॉलेंटियर का ये कर्तव्य है  कि आपदा के समय लिए गए प्रशिक्षण का उपयोग जरूरतमंद लोगों की मदद करने में करें। यदि मुसीबत में हम किसी के जरा भी काम आ गए तो उनसे मिलने वाली दुआएं हमें बड़ा सुकून देती है। इसलिए मानवीय मूल्य विकसित कर धर्म जाती मजहब सम्प्रदाय से परे हमे लोगों की मदद करनी चाहिए।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।