नर्सेस के समर्थन में कांग्रेस विधायक, साथ जाकर मंत्री से कराएंगे मुलाकात

Atul Saxena
Published on -

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 12 मई से आंदोलन कर रहीं नर्सेस 30 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल (Nurses Indefinite Strike ) पर हैं जिसका असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है। खास बात ये है कि लगातार चरणबद्ध आंदोलन और अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के बाद भी सरकार का एक भी नुमाइंदा नर्सेस की हड़ताल समाप्त करवाने के लिए दृढ इच्छुक नहीं दिखा।  लेकिन अब कांग्रेस नर्सेस का साथ देने के लिए आगे आई हैं।  ग्वालियर में कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak)  ने हड़ताली नर्सेस से जाकर मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिया वे आपकी लड़ाई में उनके साथ हैं। 6 जुलाई को आप लोगों के साथ मंत्री जी से मिलने वे जायेंगे  और वहां आपकी बात मजबूती से रखेंगे।

मध्यप्रदेश नर्सेस एसोसिएशन के बैनर तले प्रदेश की करीब 25 हजार नर्सेस 30 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। सरकार ने उनकी अभी तक कोई मांग नहीं मानी है और ना ही कोई ठोस आश्वासन सरकार की तरफ से मिला है  हालाँकि सरकार नर्सेस से हड़ताल समाप्त करने का आग्रह जरूर कर रही हैं।  उधर हड़ताली नर्सेस का कहना है कि अभी तक साकार का कोई भी नुमाइंदा हमसे मिलने नहीं आया जिससे पता चलता है कि सरकार को हमारी कितनी चिंता है।

देरी से पहुँचने के लिए कांग्रेस विधायक ने मांगी माफ़ी 

नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा परमार के नेतृत्व में ग्वालियर में नर्सेस हड़ताल पर हैं यहाँ भी सरकार का कोई नुमाइंदा अभी तक नहीं पहुंचा लेकिन रविवार को नर्सेस को कांग्रेस का साथ मिल गया। ग्वालियर के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक हड़ताली नर्सेस के बीच पहुंचे और कहा कि आपके पास देरी से आने के लिए क्षमा चाहता हूँ , मैं पार्टी के काम से उत्तरप्रदेश गया था।

ये भी पढ़ें – Bhopal News: कांग्रेस नेता ने चूल्हे पर बनाई रोटी, गैस की टंकी को दी श्रद्धांजलि

मैंने महसूस किया है कैसे भगवन और यमराज के बीच होती हैं नर्सेस  

विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने कहा कि  चला कि हड़ताल चल रही है तो मिलने चला आया।  उन्होंने कहा कि अस्पताल तो कई बार आया लेकिन अस्पताल के ICU में एडमिट  रहने का अनुभव पिछले साल मुझे तब हुआ जब मुझे कोरोना हुआ और मैं जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा था। इधर जाता तो यमराज जी थे उधर जाता तो भगवान् कृष्ण थे,और बीच में थी हमारी नर्सेस बहने। जैसे जैसे यमराज जी के पास जाता तो कोई ना कोई बहन पकड़कर ले आती और बोलती अभी तो आपको रहना है, वो धीरे से कहती आपका बीपी बढ़ा हुआ है ये इंजेक्शन ले लो।

नर्सेस के समर्थन में कांग्रेस विधायक, साथ जाकर मंत्री से कराएंगे मुलाकात नर्सेस के समर्थन में कांग्रेस विधायक, साथ जाकर मंत्री से कराएंगे मुलाकात

अस्पताल की आत्मा, अस्पताल का दिल हैं  नर्सेस 

कांग्रेस विधायक (Congress MLA Praveen Pathak) ने कहा कि डॉक्टर्स तो सुबह और शाम दो बार राउंड पर आते हैं, वास्तव में अस्पताल की कोई आत्मा है, अस्पताल का कोई दिल है , अस्पताल किसी के कारण जीवंत है तो वो आप एलपीजी हो वो नर्सेस बहने हैं।  इसलिए आपलोगों का जो महत्त्व है वो मुझे किसी को बताने की जरुरत नहीं हैं। मेरे जीवन में जितने उपकार अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर्स के हैं उससे कहीं ज्यादा आप नर्सेस बहनों के हैं जिन्हें मैं इस जीवन में पटा नहीं सकता।

ये भी पढ़ें – केजरीवाल ने पीएम मोदी से की ये बड़ी मांग, बोले- इस साल इन्हें मिलना चाहिए “भारत रत्न”

मैं भोपाल में आपके साथ मंत्री जी के पास चलूँगा 

कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेश अधयक्ष रेखा परमार की तरफ देखते हुए कहा कि मुझे दीदी ने आदेश किया है।  मैं 6 जुलाई को आप लोगों के साथ मंत्री जी के पास चलूँगा और आपकी आवाज बनकर आपकी लड़ाई आपका भाई लड़ेगा। मैं कोशिश करूंगा कि ये हड़ताल जल्द ख़त्म हो।

ये भी पढ़ें – अब अमिताभ बच्चन के बंगले पर चलेगा BMC का बुलडोजर! ये है बड़ा कारण

आपकी मांगें चाँद की मिटटी और मंगल से पानी लाना नहीं है 

विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने कहा कि मैंने देखा है आप लोगों की मांगें कोई आसमानी नहीं हैं  सब धरातल की बातें हैं कोई ऐसी बात नहीं है कि चाँद की मिटटी लानी है या मंगल ग्रह से पानी लाना है।  ये जो मांगें हैं वो ईमानदारी से काम करने वाले व्यक्ति द्वारा मांगी जाने का पचास प्रतिशत है। विधायक ने कहा कि मैं माइक पर काम बात करता हूँ प्रेक्टिकल काम करने में विश्वास करता हूँ भरोसा रखना यहाँ जितना कहा है उसका सवा गुना भोपाल में करूंगा।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News