जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर (jabalpur) शहर के आसपास इन दिनों जंगली जानवरों का जमावड़ा लगने लगा है। कभी तेंदुआ (Leopard) तो कभी मगरमच्छ (crocodile) के वीडियो आए दिन सामने देखने को मिल रहे हैं। केंद्रीय सुरक्षा संस्थान खमरिया से लगे तालाब नंबर 3 पर एक बार फिर मगरमच्छ की दहशत बन गई है। खास बात यह है कि जिस तालाब में इन दिनों मगरमच्छ देखे जा रहे हैं उस तलाब में छठ पूजा के दिन विशाल मेला लगता है।
आतंक का पर्याय बन चुके हैं यह मगरमच्छ
खमरिया के तालाब नंबर 3 में कभी फैक्ट्री के कर्मचारियों सहित आसपास के सैकड़ों लोग पूजा के लिए आते थे, पर जब से लोगों को पता चला है कि इस तालाब में मगरमच्छों का वास हो गया है, तब से लोग दहशत में आ गए हैं। इतना ही नहीं अब तो फैक्ट्री कर्मचारी भी वहां से गुजरने में डरने लगे हैं, इसकी वजह यह है कि मगरमच्छ कभी भी तालाब से निकलकर रोड तक पहुंच जाते है। जिसके चलते फैक्ट्री कर्मचारियों में भी दहशत का माहौल बना रहता है।
छठ पूजा में उमड़ता है लोगों का सैलाब
कुछ दिन बाद छठ पूजा होना है और इस पूजा में सैकड़ों लोग सुबह से लेकर शाम तक तालाब में पूजा के लिए रहते हैं। बीते कई सालों से इस तालाब में लोग पूजा भी कर रहे हैं पर अब जब से लोगों को पता चला है कि इस तालाब में मगरमच्छों का डेरा है तो लोग दहशत में है। लोगों की माने तो अगर जल्द से जल्द मगरमच्छों को तालाब से नहीं हटाया गया तो हो सकता है कि इस वर्ष तालाब में पूजा भी ना हो।
स्थानीय लोग और फैक्टरी कर्मचारियों ने वन विभाग से की शिकायत
खमरिया के तालाब नंबर 3 में आए मगरमच्छों को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार पुलिस और वन विभाग को इसकी सूचना भी दी, पर जब कोई हल नहीं निकला तो अब स्थानीय लोगों ने फैक्टरी प्रशासन से गुहार लगाई है कि तालाब से मगरमच्छों को हटाया जाए। कहा जा रहा है कि जल्द ही स्थानीय लोगों के साथ फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी वन परिक्षेत्र अधिकारी से मुलाकात कर तालाब से मगरमच्छों को हटवाने की मांग करेंगे।
कभी भी घट सकती है बड़ी घटना
जिस तरह से आए दिन तालाब से निकलकर यह मगरमच्छ बाहर निकल कर आ रहे हैं, उसको देखते हुए अब लोग इतनी दहशत में है कि तालाब के आसपास भी आने से डर रहे हैं। कहा यह भी जा रहा है कि अगर जल्द ही वन विभाग ने इस ओर कोई कदम नहीं उठाया तो कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है क्योंकि बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें यह नहीं पता है कि इस तालाब में मगरमच्छ है। लिहाजा अगर कोई अनजान व्यक्ति तालाब पहुंचता है तो मगरमच्छ कभी भी उस पर हमला कर उसे घायल कर सकता है।