Dabra News : डबरा नगरपालिका आए दिन किसी ना किसी मुद्दे को लेकर चर्चा में बनी रहती है। इसी कड़ी में आज एक बार फिर महिलाओं ने डबरा नगरपालिका का विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन किया। जिसमें भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी शामिल रहे। इस दौरान सभी ने नगर पालिका मुर्दाबाद और नगर पालिका अध्यक्ष मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
मामले में प्रदर्शन कर रही महिला मंजू बाई ने बताया कि, वह काफी समय से नगर पालिका में अपने आईडी सुधरवाने के लिए लगातार चक्कर लगा रही हैं लेकिन यहां के कर्मचारियों द्वारा उन्हें सरवर नानी और फिंगर ना आने का कहकर वापस लौटा देते हैं ओर कभी-कभी अधिकारी नगर पालिका में मौजूद भी नहीं मिलते।
वहीं, दीदार कॉलोनी की रहने वाली मीना बाई ने बताया कि, वह शिवराज सरकार द्वारा चलाई जा रही ₹1000 वाली लाडली बहना योजना के फॉर्म भरने के लिए 10 दिन से नगरपालिका के चक्कर लगा रही हैं लेकिन इस कार्यलय में बैठे कंप्यूटर ऑपरेटरों द्वारा उन्हें रोज वापस घर भेज दिया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि, वह ग्वालियर में अपने बच्चों को लेकर मजदूरी करती है लेकिन वह अपना काम छोड़कर इस योजना के फॉर्म भरने के लिए डबरा नगरपालिका में आती हैं और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके कारण आज उन्हें नगरपालिका के बाहर धूप में खड़े होकर नारे लगाने पड़ रहे हैं।
जबकि अयोध्या कॉलोनी की रहने वाली प्रीति भाई ने कहा कि, वह अपने बच्चों को घर पर अकेला छोड़कर नगर पालिका में लाडली बहना योजना के लिए फॉर्म संबंधी कार्य कराने के लिए आते हैं और नगरपालिका अधिकारी कर्मचारियों द्वारा उन्हें आधार कार्ड से संबंधित कमियां बता कर लौटा दिया जाता है जबकि सारे कागज वह अपने साथ लेकर आती हैं।
भीम आर्मी कार्यकर्ता अंकित घुरैया ने नगर पालिका में बैठे कंप्यूटर ऑपरेटर मनोज पांडे पर महिलाओं के साथ अभद्रता बरतने तथा उनसे अभद्र भाषा में बात करने के गंभीर आरोप लगाए अंकित ने कहा की जब माता बहने अपने कार्यों को लेकर कंप्यूटर ऑपरेटर के पास गई तो कंप्यूटर ऑपरेटर मनोज पांडे द्वारा महिलाओं से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा गया कि, यहां हम तुम्हारा काम करने के लिए नहीं बैठे। इस संबंध में नगर पालिका सीएमओ को भी अवगत करा दिया गया है।
अंकित ने बताया कि डबरा नगर पालिका में अध्यक्ष का बिल्कुल आना नहीं होता डबरा नगर पालिका अध्यक्ष अपने ऑफिस में नियमित रूप से क्यों नहीं आती क्या जनता ने उन्हें ऐसे ही परेशानियां झेलने के लिए वोट दिए थे।
बड़ी बात यह है कि एक और शिवराज सरकार महिलाओं के लिए लाडली बहना योजना चलाकर उन्हें एक हजार रुपए महीने देने की बात करती है लेकिन वहीं निचले स्तर पर नगर पालिका मैं कर्मचारियों द्वारा महिलाओं के साथ बदसलूकी की जाती है और उन्हें गुमराह कर उनके कोई कार्य नहीं किए जाते आखिरकार शिवराज सरकार का योजनाओं को निकालने का क्या मतलब है अगर उन योजनाओं का लाभ आम जनता को नहीं मिल पा रहा है?
डबरा से अरुण रजक की रिपोर्ट